Lockdown in UP : मास्क लगाकर दफ्तरों में बैठे योगी सरकार के मंत्री, शारीरिक दूरी का रखा ख्याल
CoronaVirus Lockdown in UP कोरोना संक्रमण के कारण पिछले तीन हफ्तों से वीरान हुए विधान भवन व अन्य सचिवालय परिसर में बुधवार को चहल-पहल दिखी।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। CoronaVirus Lockdown in UP : कोरोना संक्रमण के कारण पिछले तीन हफ्तों से वीरान हुए विधान भवन व अन्य सचिवालय परिसर में बुधवार को चहल-पहल दिखी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कई मंत्री अरसे बाद अपने कार्यालयों में बैठे तो अन्य दिनों की अपेक्षा अफसरों और कर्मचारियों की भी उपस्थिति अधिक संख्या में रही। मुंह पर गमछा लपेटे या मास्क लगाए मंत्रियों ने अपने-अपने दफ्तरों में मातहतों से शारीरिक दूरी बनाए रखने के साथ सैनिटाइजेशन का भी पूरा ख्याल रखा। फाइलें निपटाने के दौरान वे हथेलियों पर सैनिटाइजर भी रगड़ते रहे।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विधान भवन स्थित कार्यालय अफसरों और कर्मचारियों की आवाजाही से गुलजार दिखा। पिछली बार बीती 22 मार्च को लागू हुए जनता कर्फ्यू से पहले अपने दफ्तर आए मौर्य ने बुधवार को कार्यालय में अफसरों के साथ बैठक की। बगल के ही कार्यालय कक्ष में उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ बैठक की। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भी ऑफिस आकर खरीफ फसलों की बोआई की कार्ययोजना की फाइलें देखीं और जरूरी दिशा निर्देश दिए।
विभागीय जिम्मेदारियों के चलते लॉकडाउन के दौरान बेहद व्यस्त रहे वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना रोज की तरह बुधवार को भी अपने कार्यालय में दो शिफ्ट में बैठे और अफसरों के साथ आवश्यक विचार-विमर्श किया। उन्होंने चौक में दो कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण भी किया।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शक्ति भवन में अफसरों के साथ बैठक कर आपदा व गर्मियों में बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा, पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी और पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने भी अपने दफ्तरों में विभाग की जरूरी फाइलें निपटाईं। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन भी दफ्तर पहुंचे और उन्होंने विभागीय अफसरों के साथ बैठक कर प्रदेश में सफाई व्यवस्था, सैनिटाइजेशन के बारे में जानकारी हासिल की। जलशक्ति मंत्री डॉ.महेंद्र सिंह ने भी कार्यालय में फोन के जरिए पेयजल योजनाओं के बारे में अफसरों से जानकारी ली।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.सतीश चंद्र द्विवेदी ने विभाग की जरूरी फाइलें निस्तारित करने के बाद अपने गृह जिले सिद्धार्थनगर और आसपास के अन्य जिलों के जो लोग महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश में फंसे हुए हैं, उनकी मदद के लिए इन राज्यों से संबंधित नोडल अधिकारियों को पत्र लिखे। केसरिया कुर्ता पहने और मुंह पर इसी रंग का गमछा लपेटे खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी भी अपने दफ्तर में फाइलों में तल्लीन दिखे।
व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने भी दफ्तर पहुंचकर जरूरी कामकाज निपटाया। मंत्रियों और अपर मुख्य सचिवों व प्रमुख सचिवों के स्टाफ ने भी इस बात का पूरा ख्याल रखा कि कार्यालय में अनावश्यक भीड़ न हो। वहीं विभिन्न विभागों के सेक्शनों में भी पिछले कई दिनों की अपेक्षा ज्यादा गहमागहमी रही।