भाई की मौत भी नहीं डिगा सकी फर्ज, प्रियंका वाड्रा के आरोपों से आहत हैं सुरक्षा में तैनात CO डॉ. अर्चना
डॉ. अर्चना ने अपने भाई की मौत की सूचना किसी को भी नहीं दी। प्रियंका वाड्रा की सुरक्षा की डयूटी पूरी और फिर एसएसपी को अपने भाई की मौत की सूचना दी।
लखनऊ, जेएनएन। जिस भाई की कलाई पर इतने वर्ष तक राखी बांधकर सीओ डॉ. अर्चना सिंह ने रक्षा की कामना की। उस भाई की मौत का दुखद समाचार जब मिला तो डॉ. अर्चना कुछ पल के लिए सहम गईं। जब उनको भाई की मौत की सूचना मिली, तब वह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में तैनात थीं। उन्होंने इस भयंकर दुख की घड़ी में भी खुद को संभाला और फर्ज निभाने की ठानी। उनके कंधों पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी।
डॉ. अर्चना ने अपने भाई की मौत की सूचना किसी को भी नहीं दी। प्रियंका वाड्रा की सुरक्षा की डयूटी पूरी और फिर एसएसपी को अपने भाई की मौत की सूचना दी। प्रियंका वाड्रा के सीओ पर धक्कामुक्की कराने के आरोप पर डॉ. अर्चना आहत हैं। डॉ. अर्चना माडर्न कंट्रोल रूम में सीओ हैं। उनके चचेरे भाई को पीलिया हो गया था। पीलिया होने के कारण शरीर में संक्रमण भी हो गया। दिल्ली के एक अस्पताल में चचेरा छोटा भाई जिंदगी और मौत से लड़ रहा था। डॉ. अर्चना भाई से मिलने के लिए छुट्टी मांग रही थी। हालांकि उनको छुट्टी ही नहीं मिली। प्रियंका वाड्रा के लखनऊ आने पर उनकी सुरक्षा के लिए डॉ. अर्चना को तैनात कर दिया गया।
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प्रियंका वाड्रा की फ्लीट में शामिल डॉ. अर्चना के भाई की मौत का दुखद समाचार उनको मिला। इस पर डॉ. अर्चना ने पहले फ्लीट की सुरक्षा में कोई सेंध न पहुंचे, इसका ख्याल रखते हुए अपनी भावनाओं पर नियंत्रण किया। प्रियंका ने जब उनके ऊपर धक्कामुक्की किए जाने का आरोप लगाया तो डॉ. अर्चना भावुक हो उठीं। देर शाम एसएसपी कलानिधि नैथानी से बिहार में पैतृक गांव जाकर क्रियाकर्म में शामिल होने की अनुमति मांगी है।
मैंने अपना कर्तव्य निभाया
सीओ डॉ अर्चना सिंह ने कहा कि उनसे किसी भी प्रकार की अभद्रता नहीं की गई। उन्होंने कहा कि बिना किसी जानकारी के उनके फ्लीट का रास्ता बदला गया। प्रियंका गांधी की फ्लीट की जिम्मेदारी उनके पास थी. जो जानकारी थी, उसके मुताबिक उनका काफिला कौल हाउस जाने के लिए निकला, लेकिन रास्ते में बगैर जानकारी के फ्लीट का रास्ता बदल दिया गया था। अर्चना सिंह ने बताया कि उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से रास्ता जानना चाहा था। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया है। महिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि धक्का-मुक्की में वह गिर गई थीं। अर्चना ने कहा कि प्रियंका गांधी बगैर हेलमेट लगाए स्कूटी पर बैठी थीं। सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट लगाने को भी कहा गया। उसके बाद वह पैदल मार्च करने लगीं। उनके साथ कोई बदसलूकी नहीं हुई, मैंने अपना कर्तव्य निभाया। प्रियंका के आरोप पर एसएसपी लखनऊ ने बयान जारी करते हुए कहा कि गला पकड़ने और गिराने की बात पूरी तरह से गलत है। सीओ ने प्रियंका गांधी से दौरे की जानकारी मांगी थी, कांग्रेस नेताओं ने दौरे की जानकारी देने से मना किया।