CM योगी आदित्यनाथ कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर, 10 महीने में 1142 एनकांउटर
दस महीने की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में पुलिस को काफी छूट मिली है। इसी के कारण पुलिस ने अब तक 1142 एनकाउंटर में दो दर्जन से बड़े शातिर अपराधियों को गिरफ्त में लिया है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की प्राथमिकता पर यहां की खराब पड़ी कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने की है। लगभग दस महीने की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में पुलिस को काफी छूट मिली है। इसी के कारण पुलिस ने अब तक 1142 एनकाउंटर में दो दर्जन से बड़े शातिर अपराधियों को गिरफ्त में लिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुली छूट के कारण उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमें एक्शन में हैं। पुलिस के इस एक्शन का सर्वाधिक गहरा असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में देखने को मिला है। पश्चिम उत्तर प्रदेश से एककाउंटर की शुरुआत करने के बाद पुलिस की टीमें रुकीं नहीं। पश्चिम के बाद मध्य और फिर पूर्वी उत्तर प्रदेश में पुलिस के एनकाउंटर जारी हैं।
पुलिस ने अब तक अपने अभियान के तहत कुल 167 अपराधियों के खिलाफ रासुका लगाई है। जेल में बंद अपराधियों पर भी बराबर नजर रखी जा रही है। जेल से अपराध को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी अब बेबस हैं। इनकी अवैध संपतियों पर भी सरकार की नजर है। इनके कब्जे से सरकारी संपतियों को छुड़ाया भी गया है। इनके साथ ही 169 अपराधियों की एक अरब 46 करोड़ 79 लाख 49,779 रुपए की संपत्तियां जब्त की गई हैं। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 2744 को गिरफ्तार किया है, जबकि 34 को पुलिस ने मार गिराया है।
पुलिस एनकाउंटर की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हुई है। मेरठ जोन में 449 इनकाउंटर हुए हैं। इनमें 985 की गिरफ्तारी हुई, जबकि 22 अपराधी मारे गए है। यहां पर एनकाउंटर में 155 अपराधी तथा 128 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एक सिपाही शहीद हुआ है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ अपने अभियान का 20 मार्च 2017 से 31 जनवरी 2018 के बीच आंकड़ा जारी किया है। मेरठ में 449, आगरा में 210, बरेली में 196, कानपुर जोन मे 91, वाराणसी में 73, इलाहाबाद में 54, लखनऊ में 38 और गोरखपुर जोन में 31 इनकाउंटर हुए। इनमें कुल 247 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि 4 शहीद हो गए। गिरफ्तार कुल 2744 अपराधियों में से 1853 अपराधी पुरस्कार घोषित रहे।
48 घंटे में 16 इनकाउंटर, 1 ढेर, 26 गिरफ्तार
कासगंज में गणतंत्र दिवस पर हिंसा के दौरान शांत रहे पुलिस ने अपना एनकाउंटर अभियान फिर से शुरू कर दिया। बीते 48 घंटे में अलग शहरों में 16 एनकाउंटर कर 26 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस ताबड़तोड़ एनकाउंटर में एक इनामी बदमाश ढेर हुआ। तीन शातिर बदमाश पुलिस की गोलियों से घायल होकर अस्पताल में भर्ती हैं।
आंकड़ों के अनुसार, अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ के मामले में पश्चिम उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा। यूपी से लगातार पुलिस एनकाउंटर की खबरें आम हो गई हैं। मुजफ्फरनगर में भी 25 हजार का इनामी बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ा। इन्द्रपाल 30 से ज्यादा कई बड़ी अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका था और काफी लंबे समय से पुलिस को बदमाश इंद्रपाल की तलाश थी। वह एक पुलिस वाले की हत्या में भी शामिल था।
लखनऊ के कृष्णानगर में शनिवार सुबह पुलिस और बावरिया गैंग के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें गैंग के दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। घायल बदमाशों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।
दो फरवरी सुबह गोरखपुर के खोराबार के राम नगर कडजहां में पुलिस और बदमाशों के बीच एनकाउंटर हुआ था। पुलिस ने 50 हजार के इनामी बदमाश मनीष यादव और उसके साथी संदीप को गोली मारकर घायल कर दिया। मुठभेड़ में एसओ खोराबार व एसओ झंगहा घायल हुए थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस का यह अभियान आने वाले समय में कुछ और बड़े अपराधियों पर कहर बनेगा। ताबड़तोड़ एनकाउंटर से अब तस्वीर साफ है यूपी पुलिस पूरी तरह से एक्शन के मूड में दिख रही है जिसके निशाने पर बड़े बड़े अपराधी हैं। जो एक एक कर पुलिस के हत्थे चढ़ रहे हैं।