खुफिया अलर्ट के बीच निकली भगवान नरसिंह की शोभा यात्रा, CM योगी नहीं हुए शामिल Gorakhpur News
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से होली के दिन परंपरागत रूप से निकाली जाने वाली भगवान नरसिंह की शोभा यात्रा मंगलवार को सुबह 8.30 को घंटाघर से निकलेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से होली के दिन परंपरागत रूप से निकाली जाने वाली भगवान नरसिंह की शोभा यात्रा मंगलवार को सुबह घंटाघर से निकली। इस शोभा यात्रा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर शामिल होंते हैं लेकिन इस बार योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस के चलते इस शोभायात्रा में शामिल नही हुए। उधर, शोभा यात्रा को लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। आइबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) और एलआइयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) ने खतरे की आशंका जताई है। इसे देखते हुए पुलिस अधिकारी सुरक्षा को लेकर चाक चौबंद व्यवस्था करने में जुटे गए हैं।
पुलिस व खुफिया एजेंसियां सतर्क
शोभा यात्रा जिधर से गुजरेगी वहां के रास्तों पर पडऩे वाले सभी दुकानों के मालिकों और कर्मचारियों के नाम, पता पुलिस जुटा रही है। होली के दिन घंटाघर से भगवान नरसिंह का जुलूस निकलता हैं। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होते हैं। इसी जुलूस के दौरान माहौल बिगाडऩे की उत्पाती साजिश रच सकते हैं। इसे देखते हुए नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। एसएसबी के साथ ही पुलिस कर्मचारियों को अधिकारियों ने सतर्क किया है। अधिकारी इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
सुरक्षा कर्मियों की छुट्टियां रद
जिले में पुलिस कर्मचारियों की छुट्टी होली तक रद कर दी गई है। जुलूस मार्ग के घरों पर पुलिस की तैनाती तो होगी ही वहां पर ईंट, पत्थर की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है। आखिरी दिन ड्रोन से यह जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री के जुलूस से पहले रिहर्सल किया जाएगा। सुरक्षा में कोई चूक ना होने पाए इसके लिए अधिकारी खुद रिहर्सल में शामिल होंगे। उधर, शासन ने मुख्यमंत्री के सुरक्षा इंतजाम की पूरी फाइल तलब की है।
हर साल निकलता है जुलूस
होली पर प्रतिवर्ष निकलने वाले इस जुलूस में भारी भीड़ होती है। इस जुलूस में गोरक्षपीठाधीश्वर के शामिल रहने की परंपरा रही है। पहले इसमें गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ शामिल होते थे। गोरक्षपीठाधीश्वर बनने के बाद योगी आदित्यनाथ इस जुलूस में शामिल होते रहे हैं। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद इस जुलूस पर देश भर की नजर रहती है। जुलूस का समापन होने तक सुरक्षा एजेंसियां सतर्क रहती हैं।