सीएम योगी आदित्यनाथ ने दागे प्रियंका से सवाल, दिया औरैया की दुर्घटना का हवाला
योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर पलटवार किया है। प्रवासी मजदूरों को लेकर उन्होंने प्रियंका गांधी से सिर्फ चार सवाल पूछे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में विपक्ष के हमले को झेलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ अपने अभियान में लगे हैं। रविवार को विपक्ष को जवाब देने के बाद सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी के पत्र तथा वीडियो संदेश का भी करारा जवाब दे दिया।
माना जा रहा है कि इन दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा में तकरार बढ़ गई है। प्रियंका के हमले पर योगी आदित्यनाथ तो तीन दिन चुप रहे और आज उन्होंने माकूल जवाब भी दे दिया। उन्होंने कांग्रेस पर ही सवाल दागा और पूछा की कांग्रेस औरैया की घटना की जिम्मेदारी लेगी। औरैया में ट्राला तथा डीसीएम की भीषण भिडंत में 26 लोगों की जान गई है। ट्राला कांग्रेस शासित राजस्थान तथा डीसीएम कांग्रेस शासित पंजाब से आया था।
योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर पलटवार किया है। प्रवासी मजदूरों को लेकर उन्होंने प्रियंका गांधी से सिर्फ चार सवाल पूछे हैं।
योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की ओर से ट्विटर पर कांग्रेस पर कुछ सवाल दागे गए हैं। इसमें पूछा है कि क्या कांग्रेस पार्टी औरैया में हुई दुर्घटना की जिम्मेदारी लेगी। योगी आदित्यनाथ के दफ्तर के ट्विटर हैंडल से इन सवालों को ट्वीट किया गया। इनमें चार सवाल रखे गए हैं।
सवाल 1- जब आपके पास 1000 बसें थीं, तो राजस्थान और महाराष्ट्र से ट्रकों में भरकर हमारे साथियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड व बंगाल क्यों भेज रहे हैं।
सवाल 2: औरैया में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना से पूरा देश आहत है। एक ट्रक पंजाब से और दूसरा राजस्थान से आ रहा था। क्या कांग्रेस और प्रियंका गांधी इस घटना की जिम्मेदारी लेंगी। क्या हमारे साथियों से माफी मांगेंगी।
सवाल 3: प्रियंका गांधी जी कहती हैं कि उनके पास 1000 बसें हैं। यह और बात है कि अब तक इन बसों की सूची तक उपलब्ध नहीं कराई गई, न ही हमारे साथियों की। बसों और हमारे साथियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे उनके कार्य ट्विटर नहीं धरातल पर दिखें।
सवाल 4: देशभर में जितनी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चल रही है उनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें उत्तर प्रदेश ही आईं है। अगर प्रियंका वाड्रा जी को हमारी इतनी ही चिंता है तो वो हमारे बाकी साथियों को भी ट्रेनों से ही सुरक्षित भेजने का इंतजाम कांग्रेस शासित राज्यों से क्यों नहीं करा रहीं।
इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा था कि जब हमने 1000 बसें देने का प्रस्ताव रखा तो उसे ठुकरा दिया गया था, लेकिन अब मजदूरों के लिए यूपी सरकार खुद ही व्यवस्था नहीं कर पाई है। यह पहली बार नहीं है जब प्रवासी मजदूरों के मसले पर प्रियंका गांधी और योगी आदित्यनाथ आमने-सामने आए हैं।