मिजोरम में चुनाव बाद गठबंधन कर सकती है कांग्रेस: ललथनहवला
मुख्यमंत्री ललथनहवला ने कहा, विधानसभा चुनाव के बाद समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन के लिए कांग्रेस के विकल्प खुले हैं।
आइजल, प्रेट्र। पूर्वोत्तर के इकलौते सियासी किले मिजोरम को बचाने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ललथनहवला ने रविवार को कहा, विधानसभा चुनाव के बाद समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन के लिए कांग्रेस के विकल्प खुले हैं। 28 नवंबर को मतदान से सिर्फ तीन दिन पहले ललथनहवला का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है। बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस इस तरह का प्रयोग कर चुकी है।
स्पष्ट जनादेश न मिलने की स्थिति में क्या कांग्रेस चुनाव बाद गठबंधन कर सकती है? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, 'अगर समान विचारधारा वाली पार्टियां साथ आती हैं और हमारे नेतृत्व में विश्वास करती हैं तो उनका स्वागत होगा।' किसके साथ गठबंधन करेंगे?
भाजपा और एनएमएफ के साथ गठबंधन नहीं
ललथनहवला ने कहा कि अभी नहीं कहा जा सकता, लेकिन भाजपा और मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के साथ निश्चित रूप से नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि पूर्वोत्तर में कांग्रेस का किला बचा लूंगा।' कई मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'अवांछित और भ्रष्ट लोगों ने पार्टी छोड़ी है। उनके जाने से कार्यकर्ता उत्साहित हैं।'
उल्लेखनीय है कि कम से कम पांच विधायकों ने विधानसभा और कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए भाजपा और एमएनएफ का दामन थामा है। मिजोरम का चुनाव कांग्रेस के लिए बेहद अहम है।
दो साल पहले तक पूर्वोत्तर के पांच राज्यों में सत्तारूढ़ रही पार्टी के पास अब एक यही राज्य बचा है। 40 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 21 विधायकों की जरूरत होगी। कांग्रेस यहां 2008 से सत्तासीन है। 2013 में उसके 34 विधायक जीते थे।