GST के सरलीकरण के लिए कैप्टन ने PM को दिए 101 सुझाव, पेट्रोल-डीजल पर कही यह बात
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीएसटी के सरलीकरण के लिए 101 सुझाव दिए हैं। उन्होंने पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की है।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 01 Jun 2019 09:50 AM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2019 09:50 AM (IST)
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जीएसटी के सरलीकरण के लिए 101 सुझाव दिए हैं। उन्होंने ये सुझाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख दिया है। अमरिंदर सिंह ने पेट्रोलियम पदार्थों व बिजली को भी GST में शामिल करने का सुझाव दिया है। कैप्टन ने कहा है कि जीएसटी को तर्क संगत और सरल बनाने की जरूरत है। इसे लेकर पूरे देश में बहस चल रही है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि GST के अंतर को भरने और इसको लागू करने से व्यापार को पेश मौजूदा समस्याओं को खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने जीएसटी के सरलीकरण के लिए 101 सुझाव दिया है और लिखा है कि इन सुझावों पर गंभीरता से विचार कर इसे लागू किया जाए। कैप्टन ने लोकसभा चुनावों में शानदार सफलता के लिए प्रधानमंत्री को बधाई भी दी है। उन्होंने CGST दरों से SGST दरें अधिक रखने का भी सुझाव दिया है जिससे सभी राज्यों को भारी भरकम घाटा न लगे।
उन्होंने कहा है कि वैट जैसे टैक्स लगातार जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है और इनको खत्म किया जाना चाहिए। आदर्श रूप में एकसमान GST दरें होनी चाहिए, लेकिन यह किसी भी चैप्टर के लिए दो से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ एक ही किस्म की सप्लाई के लिए टैक्स दरों में एकरूपता यकीनी बनेगी और इससे वर्गीकृत झगड़ों से बचा जा सकेगा।
कैप्टन ने बिजली, पेट्रोलियम के साथ ही रियल एस्टेट को शामिल करके GST के दायरे को बढ़ाने का सुझाव दिया, जिससे राज्यों व व्यापार दोनों के लिए बढिय़ा स्थिति पैदा की जा सके। उन्होंने कहा है कि बहुत से महत्वपूर्ण सेक्टरों में बिजली उत्पादन लागत का 30 प्रतिशत तक है और इसको GST से अलग करने के नतीजे के तौर पर इसमें दस प्रतिशत तक बड़ी कमी आएगी।
जीएसटी में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि सपना ही रह गई
कैप्टन ने कहा है कि GST के बाद GDP में 1.5 प्रतिशत तक वृद्धि की संभावना जताई गई थी जो सपना ही रह गई है। भारतीय व्यापार को भारी वृद्धि के कारण लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्स क्रेडिट वेल्यू एडेड टैक्स की असली आत्मा है और इसमें रुकावट मानवीय शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल की तरह क्रिया करता है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि GST के अंतर को भरने और इसको लागू करने से व्यापार को पेश मौजूदा समस्याओं को खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने जीएसटी के सरलीकरण के लिए 101 सुझाव दिया है और लिखा है कि इन सुझावों पर गंभीरता से विचार कर इसे लागू किया जाए। कैप्टन ने लोकसभा चुनावों में शानदार सफलता के लिए प्रधानमंत्री को बधाई भी दी है। उन्होंने CGST दरों से SGST दरें अधिक रखने का भी सुझाव दिया है जिससे सभी राज्यों को भारी भरकम घाटा न लगे।
उन्होंने कहा है कि वैट जैसे टैक्स लगातार जारी रखने की कोई जरूरत नहीं है और इनको खत्म किया जाना चाहिए। आदर्श रूप में एकसमान GST दरें होनी चाहिए, लेकिन यह किसी भी चैप्टर के लिए दो से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ एक ही किस्म की सप्लाई के लिए टैक्स दरों में एकरूपता यकीनी बनेगी और इससे वर्गीकृत झगड़ों से बचा जा सकेगा।
कैप्टन ने बिजली, पेट्रोलियम के साथ ही रियल एस्टेट को शामिल करके GST के दायरे को बढ़ाने का सुझाव दिया, जिससे राज्यों व व्यापार दोनों के लिए बढिय़ा स्थिति पैदा की जा सके। उन्होंने कहा है कि बहुत से महत्वपूर्ण सेक्टरों में बिजली उत्पादन लागत का 30 प्रतिशत तक है और इसको GST से अलग करने के नतीजे के तौर पर इसमें दस प्रतिशत तक बड़ी कमी आएगी।
जीएसटी में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि सपना ही रह गई
कैप्टन ने कहा है कि GST के बाद GDP में 1.5 प्रतिशत तक वृद्धि की संभावना जताई गई थी जो सपना ही रह गई है। भारतीय व्यापार को भारी वृद्धि के कारण लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि टैक्स क्रेडिट वेल्यू एडेड टैक्स की असली आत्मा है और इसमें रुकावट मानवीय शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल की तरह क्रिया करता है।
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