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सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का CAA पर बदले की बात करना निंदनीय

CAA Protest in UP अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए पर उपद्रव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान बेहद ही निंदनीय है। वह बदले की बात कर रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 01:25 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 04:29 PM (IST)
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का CAA पर बदले की बात करना निंदनीय
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का CAA पर बदले की बात करना निंदनीय

लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में समाजवादी पार्टी के गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान सीन से बाहर रहने वाले पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को मीडिया को संबोधित किया। सपा प्रदेश कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा की।

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अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए पर उपद्रव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान बेहद ही निंदनीय है। वह बदले की बात कर रहे हैं। प्रदेश की जनता का मुखिया जब इस तरह की बात करेगा तो जनता का भयभीत होना लाजिमी है। भय के कारण लोग घरों में छुपने के लिए मजबूर हैं। सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए दंगे करा रही है। यह लोगों को दंगा करने लिए उकसा रही है। उपद्रव के दौरान चिन्हित लोगों की संपत्ति कुर्क करने के बारे में उन्होंने कहा कि 2007 के गोरखपुर दंगों के दौरान कितने लोगों की संपत्ति कुर्क की गई थी। सरकार यह तो बता दे। सपा पर आरोप बेबुनियाद है। हम तो सीएए के विरोध में अपना शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रखेंगे।

अखिलेश यादव ने प्रदेश में हो रही हिंसा को लेकर भाजपा सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून देश के संविधान का उल्लंघन है। इसलिए सपा इसका विरोध कर रही है। हमने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया। हिंसा भाजपा के इशारे पर की जा रही है।

अखिलेश ने एनआरसी का विरोध करते हुए कहा कि गांवों में लोगों के पास दस्तावेज नहीं है। एनआरसी से पूरा देश एक बार फिर लाइन मे लग जाएगा। नोटबंदी लागू होने से जनता को बहुत मुश्किल हुई थी। एक बार फिर से वही माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। नोटबंदी लागू करते वक्त कहा गया था कि कालाधन खत्म हो जाएगा। आतंकवाद, नक्सलवाद खत्म हो जाएगा लेकिन कुछ नहीं हुआ। जनता परेशान हुई। अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ की हिंसा भाजपा सरकार की देन हैं। अगर सरकार प्रदर्शनकारियों की बात सुनती तो शायद ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती तो शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन हो जाता। सीएम योगी आदित्यनाथ तो सदन में ही कहते हैं कि 'ठोंक दो' । उनकी भाषा की वजह से 15 लोगों की मौत हुई है। पुलिस पर सवालिया निशान लगाते हुए अखिलेश ने कहा कि पुलिस सरकार के इशारे पर कर रही है।

अखिलेश ने कहा कि संविधान से छेडख़ानी की कोशिश हो रही है। इसी कारण जामिया और एएमयू के बाद हर जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हम भी लगातार इस कानून के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। राज्य सरकार पक्षपाती सीएए को लेकर जनता में विश्वास पैदा करने के बजाये 'बदला लेने' जैसी अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर रही है, जिसकी वजह से आज कई जगह हालात बिगड़े हैं। अब ठोकतंत्र की सोच वालों को जनता अब और नहीं सहेगी। आज के सत्ताधारी यह न भूलें कि जब जनता एक साथ आगे बढ़ती है तो बड़े दमनकारी को पीछे हटना पड़ता है। अब तो यह लोग झुकेंगे भी और पीछे हटेंगे भी। देश की एकजुट जनता अपने संविधान के मूल मूल्यों की रक्षा का आंदोलन लड़ रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार के पास किसान, गरीब, बेरोजगार व कामगार को जवाब देने के लिए शब्द नहीं हैं। प्रदेश में इन्वेस्टर्स मीट के बाद भी कोई उद्योग नहीं लग रहे हैं। इसके बाद भी सरकार चैन से बैठी है। उन्होंने कहा कि हमने लखनऊ में जनता को न्याय देने के लिए लोक भवन बनवाया, लेकिन अब तो वहां से अन्याय हो रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने सीएए के नाम पर देश को बांटने का काम शुरू कर दिया है। नोटबंदी के दौरान देश की जनता को लाइनमें खड़ा करने वाली भाजपा सरकार एक बार फिर लोगों को लाइन में खड़ा करने की तैयारी में है। अब तो देश के लोग अपने अधिकारों के लिए लाइन में लगाएंगे। अब लोग सीएए के माध्यम से लाइन में लगेंगे।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा में तो विधायक ही पार्टी के खिलाफ बगावत करने लगे हैं। नये साल में सीएम योगी आदित्यनाथ को इनकी चुनौती स्वीकार करनी होगी। सदन में भाजपा विधायक का साथ देने की बाबत उन्होंने कहा कि हम तो अन्याय के खिलाफ हर मंच पर लोगों का साथ देंगे। भाजपा विधायक को अपनी ही सरकार में बात कहने से वंचित किया जा रहा है। यह तो लोकतंत्र के खिलाफ ही है।  अखिलेश ने कहा कि भाजपा के 300 से ज्यादा विधायक सरकार के खिलाफ हैं। सभी नया साल आने पर सरकार के साथ टी-20 खेलने जा रहे हैं। सरकार अपनी असफलता से जनता का ध्यान बंटाना चाहती है। इसलिए जानबूझकर हिंसा फैलाई जा रही है। अखिलेश ने कहा विपक्ष के लिए तो धारा 144 लगाई जा रही है लेकिन भाजपा के लोगों के लिए कोई कानून नहीं है। धारा 144 लागू होने के बावजूद प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लखनऊ में आयोजन किया जा रहा है।

 

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