CAA protest in UP : जांच के बाद उपद्रव के दौरान पकड़े गए निर्दोष लोगों को छोड़े योगी आदित्यनाथ सरकार : मायावती
CAA protest in UP बसपा की मुखिया मायावती ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की निंदा करने के साथ ही प्रदेश सरकार से निर्दोष लोगों को छोड़ने की मांग की है।
लखनऊ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन के बाद सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसक प्रदर्शन में डेढ़ दर्जन लोगों की मौत भी हो गई है। अब प्रदेश सरकार हिंसक प्रदर्शन के आरोपित लोगों की धरपकड़ में लगी है। इसी बीच बसपा की मुखिया मायावती ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की निंदा करने के साथ ही प्रदेश सरकार से निर्दोष लोगों को छोड़ने की मांग की है।
बसपा मुखिया ने ट्वीट किया है कि उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन के बाद कुछ निर्दोष लोग भी पुलिस की कार्रवाई की जद में आ गए हैं। इनको प्रदेश सरकार को छोड़ देना चाहिए। मायावती का कहना है कि बिजनौर में जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें से निर्दोषों को छोड़ा जाना चाहिए।
मायावती ने ट्वीट किया कि जैसा कि विदित है कि बीएसपी हिंसक प्रदर्शन आदि के हमेशा विरूद्ध रही है। इसके बाद भी पिछले कई दिनों से देश के अधिकांश भागों में व खासकर उत्तर प्रदेश में जो सीएए तथा एनआरसी के विरोध में हिंसक घटनायें हुई हैं, यह अति-दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण हैं। इस दौरान बिजनौर सहित कई जिलों में जो लोग मारे गये हैं, पार्टी इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जाँच-पड़ताल करके निर्दोषों को जरूर छोड़ा जाये।
यह सरकार से माँग है व कानून भी यही कहता है। इसके अलावा मायावती ने लिखा, 'किंतु इस दौरान बिजनौर सहित कई जिलों में जो लोग मारे गए हैं, पार्टी इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जांच-पड़ताल करके निर्दोषों को जरूर छोड़ा जाए। यह सरकार से मांग है व कानून भी यही कहता है।
1. जैसाकि विदित है कि बी.एस.पी. हिंसक प्रदर्शन आदि के हमेशा विरूद्ध रही है। लेकिन पिछले कई दिनों से देश के अधिकांश भागों में व ख़ासकर उत्तर प्रदेश में जो CAA व NRC के विरोध में हिंसक घटनायें हुई हैं, यह अति-दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण हैं। — Mayawati (@Mayawati) December 23, 2019
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान अभी तक 18 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है। राज्य में अभी प्रदर्शन को देखते हुए धारा 144 लगाई गई है। अब योगी आदित्यनाथ उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। उनकी संपत्ति को जब्त किया जा रहा है। मुजफ्फरनगर के साथ बिजनौर में अभी तक कुछ दुकानों को सीज भी कर दिया गया है।
2. किन्तु इस दौरान बिजनौर सहित कई ज़िलों में जो लोग मारे गये हैं, पार्टी इस दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जाँच-पड़ताल करके निर्दोषों को ज़रूर छोड़ा जाये। यह सरकार से माँग है व क़ानून भी यही कहता है।— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2019
एहतियात के तौर पर उत्तर प्रदेश में रविवार को फिर से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। 21 जिलों में इंटरनेट सेवा सोमवार तक बंद रखने का ऐलान किया गया है।