कुछ भी हो जाए चुनावी दंगल में पीछे नहीं हटेगी भाजपा : मुकुल राय
नौ अप्रैल पंचायत चुनाव के नामांकन का अंतिम दिन था। राज्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को नामांकन की अवधि में एक दिन की वृद्धि का आदेश जारी किया।
कोलकाता (जागरण संवाददाता)। राज्य चुनाव आयुक्त का हाल देखकर तरस आ रही है। राज्य चुनाव आयोग द्वारा नामांकन अवधि बढ़ाने के आदेश जारी करने एवं सुबह होते ही उसे वापस लिए जाने पर भाजपा नेता मुकुल राय ने यह प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य चुनाव आयुक्त ने बाध्य होकर आदेश को वापस लिया है।
राय ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि राज्य के कुछ मंत्रियों ने राज्य चुनाव आयुक्त के घर जाकर उनका अपमान किया। ऐसे में बाध्य होकर आयुक्त ने आदेश को वापस ले लिया। मुकुल राय ने कहा कि ममता को डर है कि जनता ने मतदान किया तो उन्हें हार का मुंह देखना पड़ेगा। कुछ भी हो जाए भाजपा चुनावी दंगल से पीछे नहीं हटेगी।
नौ अप्रैल पंचायत चुनाव के नामांकन का अंतिम दिन था। राज्य चुनाव आयुक्त ने सोमवार को नामांकन की अवधि में एक दिन की वृद्धि का आदेश जारी किया। इसके बाद उन्होंने मंगलवार की सुबह उस आदेश को अचानक वापस ले लिया। आयोग के इस कदम पर प्रदेश भाजपा हाई कोर्ट गई। इसके बाद हाई कोर्ट ने आयोग के आदेश पर स्थगनादेश दिया है। मुकुल राय के अनुसार आयोग ने जो किया है, वैसा मुहल्लों के क्लबों में भी नहीं होता।
ऐसा करना देशहित में नहीं है। पश्चिम बंगाल की इस स्थिति को पूरा देश देख रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चारों ओर निंदा की जा रही है। राय ने कहा कि यहां गणतंत्र नहीं है, विपक्ष नहीं है, राज्य लहूलुहान है। उन्होंने राज्य की ऐसी स्थिति के लिए ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया। एक सवाल के जवाब में राय ने कहा कि राज्य चुनाव आयुक्त का इस्तीफा क्या मांगा जाए, उन पर तो दया आ रही है।