West Bengal Assembly Election: भाजपा में बड़े स्तर पर हो सकती है तब्दीली, तैयारी में जुटी पार्टी
West Bengal Assembly Election. सांगठनिक मजबूती के लिए निष्क्रिय पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों से हटाने और पार्टी में युवा एवं सक्षम नेताओं को लाने का फैसला किया गया है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। West Bengal Assembly Election: बंगाल में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होना है। इसे लेकर भाजपा सांगठनिक रूप से और मजबूत होने की तैयारियों में जुटी हुई है। इसके तहत पार्टी राज्य स्तर पर संगठन में परिवर्तन कर सकती है। सांगठनिक मजबूती के लिए निष्क्रिय पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों से हटाने और पार्टी में युवा एवं सक्षम नेताओं को लाने का फैसला किया गया है।
एक वरिष्ठ भाजपा नेता के अनुसार, प्रदेश इकाई अपने सभी पदाधिकारियों के कामकाज का आकलन कर रिपोर्ट तैयार कर रही है। उससके आधार पर फैसला किया जाएगा कि मौजूदा पदाधिकारियों को नई कमेटी में जगह जाए या नहीं। उन्होंने बताया कि जो कमेटी में रहना चाहते हैं, उनके लिए पिछले दो महीने में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान राज्य के नेताओं की भागीदारी एक मुख्य कसौटी होगी। पार्टी बेहतर समन्वयन और कार्य के लिए अपने जिला स्तरीय संगठन को भी मजबूत करेगी। दिलीप घोष को लगातार दूसरी बार पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष चुने जाने के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया जा रहा है।
राज्य कमेटी में बदलाव किए जाने की पुष्टि करते हुए घोष ने बताया कि केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद अंतिम सूची तैयार की जाएगी। कमेटी में नए चेहरों को शामिल करने के संबंध में घोष ने कहा, कुछ दिनों बाद सब साफ हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि जनवरी में घोष के पुनर्निर्वाचन के बाद केंद्रीय नेताओं की उपस्थिति में हुई पार्टी की बैठक में फैसला किया गया था कि नए एवं युवा नेताओं की जगह बनाने के लिए निष्क्रिय नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की प्रतिभाओं को भाजपा की राज्य कमेटी में जगह देगी।