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बगावत पर उतरे भाजपा आईटी प्रकोष्‍ठ के संयोजक चेतन बरागटा पार्टी से छह साल के लिए निष्‍कासित

भारतीय जनता पार्टी ने चेतन बरागटा पर कार्रवाई कर दी है। प्रदेशाध्‍यक्ष सुरेश कश्‍यप ने चेतन को छह साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित कर दिया है। चेतन भाजपा आईटी प्रकोष्‍ठ के प्रदेश संयोजक थे। उन्‍होंने विधानसभा उपचुनाव में जुब्‍बल-कोटखाई से टिकट न मिलने पर बगावत की थी।

By Navneet ShramaEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 07:19 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 07:19 PM (IST)
बगावत पर उतरे भाजपा आईटी प्रकोष्‍ठ के संयोजक चेतन बरागटा पार्टी से छह साल के लिए निष्‍कासित
जुब्‍बल कोटखाई से निर्दलीय प्रत्‍याशी बनने पर चेतन के खिलाफ कार्रवाई।

शिमला, जागरण टीम। अंतत: हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने चेतन बरागटा पर कार्रवाई कर दी है। प्रदेशाध्‍यक्ष सुरेश कश्‍यप ने चेतन को छह साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित कर दिया है। चेतन बरागटा भाजपा के आईटी प्रकोष्‍ठ के प्रदेश संयोजक थे, लेकिन जारी विधानसभा उपचुनाव में जुब्‍बल-कोटखाई हलके से उन्‍होंने टिकट न मिलने पर बतौर निदर्लीय प्रत्‍याशी नामांकन कर दिया था। भारतीय जनता पार्टी ने टिकट नीलम सरैइक को दिया। बुधवार को नामांकन पत्र वापस लेने का अंतिम दिन था और चेतन ने नामांकन वापस नहीं लिया। चेतन, जुब्‍बल-कोटखाई के दिवंगत विधायक एवं प्रदेश के बागवानी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा के पुत्र हैं। उन्‍हें मुख्‍यमंत्री समेत कई नेताओं ने समझाने का प्रयास किया था कि वह नामांकन वापस ले लें। पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार चेतन पर यह कार्रवाई पार्टी के अधिकृत प्रत्‍याशी के विरुद्ध नामांकन दर्ज करने पर की गई है।

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टिकट के दावेदार बने थे बरागटा, मिला नीलम को

चेतन बरागटा के समर्थकों का कहना है कि वह दो महीने से जुब्‍बल-कोटखाई में प्रचार कर रहे थे और उन्‍हें आशा थी कि नरेंद्र बरागटा के सपनों को पूरा करने के लिए भाजपा उनके पुत्र चेतन को टिकट देगी। इसी बीच पार्टी ने तय किया कि वह सहानुभूति के चक्‍कर में आकर दिवंगत नेता के परिजनों को टिकट नहीं देगी। भाजपा ने यहां महिला प्रत्‍याशी को चुना और प्रत्‍याशी नीलम सरैइक को बनाया। नरेंद्र बरागटा को यहां

बागवानी के क्षेत्र में कदम उठाने वाले नेता के रूप में याद किया जाता है।

अब तिकोना हो गया मुकाबला

बतौर निर्दलीय उम्‍मीदवार सामने आए चेतन बरागटा का मुकाबला अब कांग्रेस के रोहित ठाकुर और भाजपा की नीलम सरैइक के साथ है। रोहित ठाकुर हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री ठाकुर रामलाल के पोते हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का प्रयास था कि चेतन नामांकन न भरें। चेतन ने नामांकन भर दिया। फिर उन्‍हें समझाया गया कि अब भी समय है और वह नामांकन वापस ले लें।

चेतन समर्थकों का दावा, पहले कहा था टिकट के लिए

चेतन समर्थकों का दावा है कि उन्‍हें पहले टिकट के लिए आश्‍वासन दिया गया था। इधर भाजपा से जुड़े लोगों का दावा है कि किसी ने भी टिकट का आश्‍वासन नहीं दिया था, क्‍योंकि प्रत्‍याशी चयन में आलाकमान कई पक्षों को देखता है। जो हो, देखना यह है कि जुब्‍बल कोटखाई में जनादेश क्‍या रहता है।


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