कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश में भाजपा की चुनावी रणनीति शुरू, दस परिवार पर एक भाजपा कार्यकर्ता
मध्य प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा ने कर्नाटक तर्ज पर चुनावी रणनीतियां बनानी शुरु कर दी है।
भोपाल (धनंजय प्रताप सिंह)। मध्यप्रदेश में चौथी बार सत्ता में वापसी की कवायद कर रही भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक की तर्ज पर हाफ पेज प्रभारी बनाकर माइक्रो मैनेजमेंट करेगी। आमतौर पर मतदाता सूची के एक पन्ने में 60 या उससे ज्यादा मतदाता होते हैं। कर्नाटक में मतदाता सूची के एक पन्ने पर दो प्रभारी नियुक्त किए गए थे, लेकिन प्रदेश में एक पन्ने पर दो या ज्यादा कार्यकर्ताओं को तैनात किए जाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।
जिलाध्यक्षों को भेजे गए निर्देश
ये कार्यकर्ता अपने हिस्से के दस परिवार यानी तीस मतदाताओं से घर-घर जाकर जीवंत संपर्क बनाए रखेगा, उनके सुख-दुख में साथ रहने से लेकर कोई दिक्कत होगी तो पार्टी पदाधिकारी या विधायक-मंत्री से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कराएगा। इसी कार्यकर्ता की जिम्मेदारी मतदाता को बूथ तक ले जाने की होगी। पार्टी ने विधानसभा क्षेत्रों में इस व्यवस्था को लागू भी कर दिया है। सभी जिलाध्यक्षों को इस बारे में परिपत्र भेज दिया है। 24 मई से पार्टी के बड़े नेताओं की ड्यूटी मंडलों में लगाई गई है जो मंडल के सारे नगर केंद्र, ग्राम केंद्र और बूथ समितियों में तैनात इन प्रभारियों की बैठक लेंगे। अगले चरण में 15 जून तक सभी पन्ना प्रभारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सभी के मोबाइल नंबर जुटाकर पार्टी इन्हें वाट्सएप ग्रुप से सूचनाओं का आदान-प्रदान किए जाएंगे।
18 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता संभालेंगे बूथ
पूरे प्रदेश में भाजपा ने कार्यकर्ताओं को 30-30 मतदाताओं की जिम्मेदारी दी है। आमतौर पर ग्रामीण इलाकों में एक बूथ पर 1200 और शहरी क्षेत्रों में 1400 मतदाता होते हैं। इनमें एक पन्ने में 60 से लेकर 90-100 तक मतदाता आते हैं। भाजपा ने हर बूथ पर 30 से ज्यादा कार्यकर्ता तैनात किए हैं। प्रदेश में 65 हजार 200 बूथ हैं। इस आधार पर भाजपा 18 लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं की टीम के साथ बूथ समितियां संभालेगी। प्रत्येक विधानसभा में 250 से ज्यादा बूथ हैं। इनमें 24 मई तक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति कर ली जाएगी। प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत का कहना है कि संगठन स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। जो इसी महीने पूरी कर ली जाएंगी।
भोपाल दक्षिण से शुरू हुआ था प्रयोग
राजस्व मंत्री और भोपाल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक उमाशंकर गुप्ता कहते हैं कि भाजपा में पन्ना प्रभारी का प्रयोग सर्वप्रथम उनके क्षेत्र में 2008 में शुरू किया था। तब राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने इस प्रयोग की सराहना की थी और इसे पूरे देश में लागू किया। अभी भी उनके यहां दस परिवार यानी 30 मतदाता पर एक कार्यकर्ता तैनात है। वह नियमित रूप से सभी के संपर्क में रहता है और जरूरत पड़ने पर मदद भी करता है।