Rajasthan: भाजपा ने बसपा विधायक दल के कांग्रेस में विलय को दी चुनौती
Rajasthan BJP. राजस्थान में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के फैसले को भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के समक्ष चुनौती दी है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan BJP. मध्य प्रदेश में राजनीतिक संकट से जूझ रही कांग्रेस के लिए अब राजस्थान में मुसीबत पैदा हो गई है। करीब छह माह पूर्व बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के फैसले को भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के समक्ष चुनौती दी है। भाजपा इस मुद्दे को लेकर कोर्ट में भी जाने की तैयारी कर रही है।
राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर दी गई चुनौती ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी नेतृत्व के लिए चिंता पैदा कर दी है। हालांकि सरकार और कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि भाजपा द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लगाई गई चुनौती याचिका का कोई बड़ा असर नहीं होगा। कोर्ट में यदि मामला जाता है तो कांग्रेस जरूर थोड़ी असहज हो सकती है।
भाजपा विधायक मदन दिलावर ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष बसपा विधायक दल के कांग्रेस में विलय के खिलाफ याचिका दायर की है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि राज्य में बसपा विधायक दल के विलय की जो प्रक्रिया अपनाई गई, वह गलत है। याचिका लगाने वाले विधायक मदन दिलावर ने कहा कि बसपा विधायक दल का कांग्रेस में विलय तब वैध माना जाता, जब पार्टी सुप्रीमो मायावती सहित पूरी पार्टी का विलय हो जाता। उन्होंने कहा कि यहां बसपा विधायकों ने अपने स्तर पर कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया और इसे विधायक दल के विलय की संज्ञा दी गई, यह संसदीय नियमों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यदि विधानसभा अध्यक्ष के यहां से सही निर्णय नहीं हुआ तो वे कोर्ट में जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक, राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा विधायक दल के कांग्रेस में विलय को चुनौती देते हुए भाजपा राष्ट्रपति और चुनाव आयोग के समक्ष जाने पर भी विचार करना शुरू कर दिया है। भाजपा और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बसपा विधायकों की सदन से सदस्यता समाप्त कराने को लेकर राष्ट्रपति और चुनाव आयोग के समक्ष जाने पर विचार कर रहे हैं।
भाजपा द्वारा उठाए गए कदम के बाद संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल और सरकारी मुख्यसचेतक महेश जोशी ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी धारीवाल से चर्चा हुई। उल्लेखनीय है कि बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर मायावती भी नाराज चल रही हैं।
राजस्थान में दलीय स्थिति
200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 100 विधायक हैं। चुनाव पूर्व गठबंधन राष्ट्रीय लोकदल के एक, बसपा के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। इस तरह कांग्रेस के पास 107 विधायकों का बहुमत है। 13 निर्दलीय विधायकों में से 12 कांग्रेस के साथ हैं और एक भाजपा के साथ है। भाजपा के 72, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन, माकपा के दो और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक है।