विधानसभा चुनाव से पहले बीरेंद्र सिंह ने साधा मनोहर सरकार पर निशाना, कह दी ऐसी बात
भाजपा नेता बीरेंद्र सिंह ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के मुद्दे पर मनोहर लाल सरकार पर सीधा निशाना साधा है।
नई दिल्ली [बिजेंद्र बंसल]। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री पद से वंचित रहे बीरेंद्र सिंह ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के मुद्दे पर मनोहर लाल सरकार पर सीधा निशाना साधा है। बीरेंद्र सिंह ने मंगलवार सुबह 11.35 बजे ट्वीट कर लिखा कि "हरियाणा में पिछले कुछ दिनों में यकायक बढ़ी आपराधिक घटनाएं गंभीर चिंता का विषय है। प्रशासन को कानून व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने के अलावा, हमें सामाजिक तौर पर भी चिंतन की जरूरत है।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल शुरू हो गई। बाद में बीरेंद्र सिंह ने नई दिल्ली स्थित अपने निवास 22 अकबर रोड पर अपने ट्वीट को लेकर खुलकर चर्चा की। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को महिला सुरक्षा के लिए उन अपराधियों से सख्ती से निपटना होगा जो दूसरे पड़ोसी राज्यों में अपराध करके हरियाणा में छिपते हैं। उन्होंने राज्य में 870 से 914 पर पहुंचे लिंगानुपात पर संतोष जताते हुए कहा कि यह राज्य सरकार की इसलिए बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि सरकार ने समाज को सामाजिक रूप से जागरूक किया था, इसलिए अब अपराध रोकने के लिए भी सामाजिक रूप से जागरूकता जरूरी है।
विधानसभा चुनाव में मोदी ही रहेंगे कैप्टन
बीरेंद्र सिंह ने खुद या उनके हिसार से सांसद बने बेटे बृजेंद्र सिंह को मंत्री न बनाए जाने पर सीधे तौर पर तो कोई टिप्पणी नहीं की, मगर यह जरूर कहा कि विधानसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही राज्य भाजपा के कैप्टन रहेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि एक फुटबॉल मैदान में दो गोलकीपर नहीं होते। न ही किक्रेट के मैदान में दो कप्तान होते हैं।
सीएम की अच्छाइयों के साथ कमियों का भी आकलन करेगी जनता
विधानसभा चुनाव में भाजपा को कितनी सीट मिलेंगी, इस सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने साफ कहा कि विधानसभा चुनाव से लोकसभा चुनाव से अलग होंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय से ज्यादा स्थानीय मुद्दे उठते हैं, इसलिए जनता मुख्यमंत्री की सिर्फ अच्छाइयां ही नहीं, बल्कि कमियों का भी आकलन करेगी।
जातीय समीकरण नहीं रहेंगे प्रभावी
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब राजनीति में जातीय आधार ज्यादा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग जात-पात पर नहीं, बल्कि अपने सुरक्षित भविष्य की उम्मीद लेकर पार्टी चुनता है। बीरेंद्र सिंह के अनुसार मंत्रिमंडल में भी आने वाले समय में बदलाव हो सकता है और उस समय परफॉरमेंस के आधार पर नए मंत्री बन सकते हैं।
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