अखिलेश यादव का रामपुर दौरा अचानक रद, आजम खां से भेंट करने का था कार्यक्रम
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का गुरुवार को रामपुर जाने का कार्यक्रम था जो बाद में रद कर दिया गया।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के फायरब्रांड नेता तथा रामपुर से सांसद आजम खां की विधायक पत्नी तथा बेटे के साथ गिरफतारी के बाद अब रामपुर में एक बार फिर राजनीतिक सरगरमी बढ़ी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का गुरुवार को रामपुर जाने का कार्यक्रम था, जो बाद में रद कर दिया गया।
अखिलेश यादव का अचानक रामपुर जाने का कार्यक्रम बनने से वहां के माहौल में काफी खलबली मची। माना जा रहा था अखिलेश यादव रामपुर जिला जेल में बंद आजम खां, उनकी विधायक पत्नी तजीन फात्मा बेटे तथा विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खां से भेंट कर सकते हैं। वहां पर बुधवार देर शाम को आजम खां को बैरक नंबर एक में बेटे अब्दुल्ला के साथ रखा गया।
अखिलेश यादव का लखनऊ से चार्टर्ड विमान से रामपुर जाने के लिए बरेली लैंड करने का कार्यक्रम था। इसके बाद सड़क मार्ग से रामपुर जाना था। कार्यक्रम तय होने के बाद गुरुवार करीब दस बजे ही अचानक रद कर दिया गया।
समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद आजम खां और उनके परिवार को जेल भेजे जाने के बाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी बदले की भावना से की गई किसी भी कार्रवाई को उचित नहीं मानती है।अखिलेश ने अपने बयान में कहीं भी आजम खां या उनके परिवार का नाम नहीं लिया। यादव ने कहा कि रागद्वेष से सरकारें काम नहीं कर सकती हैं। सपा न्यायिक प्रणाली पर भरोसा करती है। अदालत पर विश्वास है कि वहां से सभी को न्याय मिलेगा। सरकार का यह संवैधानिक दायित्व है कि बिना भेदभाव के सबके साथ न्याय करे।
अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने जनता के विश्वास को बुरी तरह आहत किया है। अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था तो पूरी तरह चरमरा गई है। तीन वर्षों में भाजपा ने गांव-किसान और युवाओं की घोर उपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावे चाहे जितने करें हकीकत में उनका एक भी दावा कसौटी पर खरा उतरने वाला नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था पर नियंत्रण के मुख्यमंत्री के दावों का अब कोई विश्वास नहीं करता है। महिलाओं का उत्पीडऩ एवं बच्चियों से दुष्कर्म पूरी भारतीय संस्कृति के लिए अभिशाप है। जनता को उलझाए रखने के लिए आंकड़ों का खेल तमाशा दिखाने में भाजपा नेताओं को दक्षता है। सत्ता का दुरूपयोग भाजपा की राजनीतिक आदत है।