जानें, Twitter पर क्यों ट्रोल हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव, क्यों ट्रेंड हुआ #झूठा_अखिलेश
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के लिए मंगलवार का दिन खासा परेशान करने वाला रहा। पूरे दिन ट्विटर की वर्चुअल दुनिया में ,झूठा_अखिलेश हैशटैग के साथ यूजर्स ने अखिलेश यादव की जमकर क्लास लगाई।
प्रदीप श्रीवास्तव, गोरखपुर। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के लिए मंगलवार का दिन खासा परेशान करने वाला रहा। पूरे दिन ट्विटर की वर्चुअल दुनिया में #झूठा_अखिलेश हैशटैग के साथ यूजर्स ने अखिलेश यादव की जमकर क्लास लगाई। लोगों ने न केवल एक-एक कर अखिलेश सरकार के काले-कारनामों पर तंज कसा बल्कि इंसेफ्लाइटिस उन्मूलन के लिए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा किये गए प्रयासों की सराहना भी की।
दरअसल, बीते सोमवार को अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 में इंसेफलाइटिस के चलते हुई मौतों के बहाने से योगी सरकार की नैतिकता पर सवाल खड़ा किया। अखिलेश यादव ने लिखा कि सरकार ने हालात सुधारने के लिए अब भी कोई ठोस इंतज़ाम नहीं किये हैं। जवाब में योगी सरकार की स्वास्थ्य नीतियों की सराहना करते हुए प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई।
#झूठा_अखिलेश हैशटैग के साथ ट्विटर यूजर्स ने इंसेफ्लाइटिस से मौत के वर्षवार आंकड़े बताए और अखिलेश को झूठा और गलतबयानी करने वाला नेता बताया। यूजर्स ने अखिलेश राज के घोटालों की पोल खोलते हुए अखिलेश को झूठी राजनीति करने फर्जी समाजवादी बताया।
यूजर भड़के
एक यूजर @prabaybharat ने लिखा कि 'शिक्षा को नकल के शामियाने तले बेआबरू करने जैसे शर्मसार करने वाले कारनामें @yadavakhilesh जी तुम्हारी रहबरी में अंजाम दिए गए। छात्रों को पढ़ाई की जगह दंगाई की राह तुम्ही ने दिखाई। वोटों के लालच में शिक्षा मित्रों से प्राणघातक छल तुमने किया और इल्जाम BJP पर लगाते हो...।
#झूठा_अखिलेश
इसी तरह @harshverdhan10 ने लिखा कि ' जिन्होंने पिताजी के नीचे से कुर्सी खैंच ली, जिन्होंने चाचा के पैरा तले से जमीन हैंच ली, जिनके लोगों की गुंडई ने कानून की धज्जियां उड़ाईं पांच साल, वो भगाए गए सत्ता से, बुरी तरह सोचा था चुप रहेंगे प्रायश्चित करेंगे पर निकले बड़के वाचाल। मंगलवार दोपहर तीन बजे से ट्विटर#झूठा_अखिलेश टॉप ट्रेंड करता रहा।