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कांग्रेस को फ्रांस की फुटबॉल टीम की तरह सोचना चाहिए: अखिलेश

जिस तरह कम दौड़ने, बॉल अपने पास कम रखने वाली टीम विश्वकप में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब रही। उसी तरह चुनाव में सपा अपनी भूमिका तय करेगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 06:34 PM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 06:34 PM (IST)
कांग्रेस को फ्रांस की फुटबॉल टीम की तरह सोचना चाहिए: अखिलेश
कांग्रेस को फ्रांस की फुटबॉल टीम की तरह सोचना चाहिए: अखिलेश

भोपाल, नई दुनिया स्टेट ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि वह फ्रांस की फुटबाल टीम की तरह चुनाव प्रबंधन करे। अखिलेश यादव शुक्रवार को भी भोपाल में रहे और पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव से उनके निवास पर सौजन्य भेंट करने पहुंचे।

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यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने मप्र में चुनावी गठबंधन पर एक फुटबॉल खिलाड़ी जैसे अंदाज में अपनी पार्टी की स्थिति से लेकर सीटों के समझौते के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कांग्रेस को सुझाव दिया कि वह फुटबॉल की विश्वकप विजेता फ्रांस टीम की तरह सोचे। जिस तरह फ्रांस ने दूसरे देशों के खिलाडि़यों को टीम में शामिल कर जीत हासिल की, वैसे ही कांग्रेस को चुनाव प्रबंधन करना चाहिए। अखिलेश ने फुटबॉल विश्वकप और मप्र विधानसभा चुनाव में समानता बताई।

कहा-जिस तरह कम दौड़ने, बॉल अपने पास कम रखने वाली टीम विश्वकप में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब रही। उसी तरह चुनाव में सपा अपनी भूमिका तय करेगी। उन्होंने फ्रांस की टीम की तरह कांग्रेस को दूसरे दलों के जीतने वाले नेताओं को मैदान में उतरने का मौका देने की सलाह भी दी है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि तब परिस्थितियां अलग होंगी, देश प्रधानमंत्री बदलना चाहता है। उन्होंने कहा जिसे प्रधानमंत्री बनना है, वह उप्र आ जाए।

नालियां ऊपर से बह रही, ऐसी हैं स्मार्ट सिटी यादव ने कहा चुनावी साल होने के कारण राजनीतिक दलों का मध्य प्रदेश के प्रति प्रेम बढ़ेगा। सरकार प्रलोभन देगी और दोबारा जीतने की कोशिश करेगी। विपक्षी दलों को सरकार की कमियों को जनता के सामने लाना चाहिए। उसे 2014 में भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए वादों के अमल की स्थिति बताना चाहिए।

भाजपा ने 100 स्मार्ट सिटी बनाने का वादा किया था मगर उप्र में स्मार्ट सिटी ऐसी बनी हैं जहां नालियां ऊपर बहती हैं और जानवर सड़क पर घूमते हैं। किसान की न कर्ज माफी की, न किसान की आय दोगुना हुई। समर्थन मूल्य का फार्मूला ही बदल दिया और अब जब इसे बढ़ाया तो किसानों तक पहुंच ही नहीं रहा है। ईवीएम नहीं, मतपत्र से मतदान हो सपा अध्यक्ष ने दोहराया कि ईवीएम से मतदाता का गुस्सा नहीं निकलेगा, बल्कि मतपत्र पर ठप्पा लगाकर ही सही तौर पर नाराजगी निकलेगी। मप्र में 9000 किसानों ने आत्महत्या की है।

अखिलेश ने अरुण-सचिन यादव परिवार से अपने पिता मुलायम सिंह के समय के पारिवारिक रिश्तों के बारे में बताया और कहा कि कांग्रेस के दूसरे कई नेताओं से उनके अच्छे संबंध हैं। बसपा को लेकर उन्होंने कहा कि उप्र में वह हमारे साथ फारवर्ड के रूप में काम कर रही है। जिन्होंने पेंशन रोकी, अब सम्मान दे रहे अखिलेश ने गोपालदास नीरज के निधन पर शोक संवेदना देते हुए कहा कि आज उप्र सरकार उनके नाम पर साहित्य सम्मान की घोषणा कर रही है। इसी सरकार ने उनकी पेंशन रोक दी थी।


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