After Ayodhya Verdict : सुन्नी वक्फ बोर्ड के रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करने के फैसले का शिया सेंट्रल वक्फ ने किया स्वागत
After Ayodhya Verdict शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के फैसले पर शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने स्वागत किया है।
लखनऊ, जेएनएन। सुन्नी वक्फ बोर्ड की लखनऊ में बैठक के बाद अयोध्या की रामजन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ न जाने का निर्णय का शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने भी स्वागत किया है। सुन्नी वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करने का फैसला किया है।
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के फैसले पर शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने स्वागत किया है। वसीम रिजवी ने कहा कि मैं बधाई देता हूं सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के लोगों को जिन्होंने अपने पुराने फैसले पर कायम रहते हुए रिव्यू पिटिशन दायर न करने का निर्णय को वक्फ बोर्ड से पास करा दिया। उन्होंने कहा कि हम सभी का फर्ज है कि हिंदुस्तान में एक अच्छा माहौल कायम रहे, वहीं हम लोगों को ऐसा कोई काम न करना चाहिए जिससे दो धर्मों के बीच में टकराव की स्थित कायम हो। वसीम रिजवी ने कहा देश में अमन चैन बना रहे यह हमारा पहला कर्तव्य है।
सुन्नी वकफ बोर्ड बैठक में चेयरमैन के फैसले का विरोध एक सदस्य अब्दुल रज्जाक ने किया। बाकी सभी सदस्यों ने चेयरमैन के फैसले पर सहमति जता दी। बोर्ड के आठ में से छह सदस्य ज़ुफर फारूकी के पक्ष में थे वहीं अब्दुल रज्जाक ने इसका विरोध किया। वैसे इस मीटिंग में बोर्ड के 8 में से सात सदस्य उपस्थित हुए। इनमें चेयरमैन जुफर फारूकी के साथ अब्दुल रज्जाक, अदनान फारुख शाह, खुशनूद मियां, जुनैद सिद्दीकी, मोहम्मद जुनीद और मोहम्मद अबरार अहमद के नाम शामिल हैं। बोर्ड के एकमात्र सदस्य इमरान माबूद खान ने बैठक मीटिंग का बहिष्कार किया। सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी कह चुके थे कि वे इस मामले में पुनर्विचार याचिका नहीं दाखिल करेंगे।