36 सीटों पर 10 या इससे ज्यादा उम्मीदवार
जिला कांगड़ा में पंचायतीराज के लिए 17 19 और 21 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए जिला परिषद बीडीसी प्रधान व उपप्रधान की 36 सीटों के लिए 10 या दस से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
धर्मशाला, संवाद सहयोगी : जिला कांगड़ा में पंचायतीराज के लिए 17, 19 और 21 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए जिला परिषद, बीडीसी, प्रधान व उपप्रधान की 36 सीटों के लिए 10 या दस से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। जिले में जिला परिषद की छह सीटें, बीडीसी की भी छह, प्रधान की नौ जबकि उपप्रधान की 15 सीटों में 10 या दस से ज्यादा प्रत्याशी चुनाव मैदान में कूदे हैं। इसके चलते अब और बैलेट पेपरों की जरूरत पड़ गई है।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि समय रहते 2 लाख, 18 हजार और बैलेट पेपरों को समय पर संबंधित सीटों में चुनाव के लिए उपलब्ध करवाया जा सके। उपरोक्त सीटों के लिए जिला परिषद के लिए 1 लाख, 35 हजार, बीडीसी के लिए 30 हजार, प्रधान के लिए 20 हजार जबकि उपप्रधान पदों के लिए 33 हजार बैलेट पेपर और चाहिए। हालांकि सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहले ही अपनी तैयारियों के तहत 13 लाख बैलेट पेपर पहले ही संबंधित ब्लॉक कार्यालयों के माध्यम से भेज चुका है।
इन जिला परिषदों में 10 या 10 से ज्यादा उम्मीदवार
जिला परिषद के लिए कुदैल वार्ड 18 से 12, मझैड़ा वार्ड 24 से 10, ठारू वार्ड 13 से 10, वार्ड नंबर पंचरुखी 20 से 10, वार्ड नंबर 41 परागपुर से 13 जबकि वार्ड नंबर भडियाडा आठ से 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
पंचायत समिति
लंबागांव ब्लॉक के मोलग वार्ड 10 से 10, नगरोटा बगवां ब्लॉक के वार्ड नंबर 12 ठारू से 13, नगरोटा बगवां के वार्ड तीन बलधर से 10, नगरोटा सूरियां ब्लॉक के वार्ड नंबर 16 जरोट से 10, रैत ब्लॉक के वार्ड नंबर आठ अंबाड़ी से 10 व इसी ब्लॉक के वार्ड नौ मंदूला से 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
इन पंचायतों में प्रधानों के लिए 10 से ज्यादा प्रत्याशी
बैजनाथ ब्लॉक की कुदैल पंचायत में 10, फतेहपुर ब्लॉक की टटवाली पंचायत में 10, कांगड़ा ब्लॉक की खोली पंचायत में 10, इसी ब्लॉक की ठानपुरी पंचायत में 10, लंबागांव की आलमपुर पंचायत में 10, नगरोटा बगवां की रमेहड़ पंचायत में 11, पंचरुखी ब्लॉक की गदियाड़ा पंचायत में 10 जबकि रैत ब्लॉक की दरगेला पंचायत में 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वहीं 15 ही पंचायतें ऐसी हैं जहां उपप्रधान पद के लिए भी 10 या 10 से ज्यादा उम्मीदवार हैं।