देश में जिले से राष्ट्रीय स्तर तक लगेगी युवा संसद, सरकार जानेगी यूथ के विचार
भविष्य के भारत को युवाओं की सोच का भारत बनाने के लिए सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने National Youth Parliament Festival का आगाज शनिवार से किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नए भारत की तस्वीर को बेहतर ढंग से गढ़ा जा सके, इसको लेकर देश में सरकार अब युवाओं से सीधे उनके विचार जानने जा रही है। देश में जिले से राष्ट्रीय स्तर तक युवा संसद लगने जा रही है।
भविष्य के भारत को युवाओं की सोच का भारत बनाने के लिए सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने 'नेशनल यूथ पार्लियामेंट फेस्टिवल' का आगाज शनिवार से किया है। इस कार्यक्रम में युवाओं की आवाज को मौका दिया जाएगा।
नेशनल यूथ फेस्टिवल 'नये भारत की आवाज बने' की थीम पर रखा गया है, जिसका मकसद समस्याओं का हल खोजना और नीति बनाने में योगदान देने के लिहाज से अहम है। सरकार को उम्मीद है कि इस युवा संसद से युवाओं को सामाजिक मुद्दे समझने में आसानी होगी और आम आदमी से जुडे मुद्दों पर युवा अपनी स्पष्ट राय कायम कर पाएंगे। देश के यह वो युवा होंगे जिनकी उम्र 18-25 वर्ष है, जिन्हें वोट देने का अधिकार तो है, लेकिन चुनाव लड़ने का नही।
यह फेस्टिवल 12 जनवरी से 24 फरवरी तक चलेगा। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2017 में अपने मन की बात कार्यक्रम में जिला स्तर पर युवा संसद लगाने की बात कही थी। इसके पीछे का मकसद बदलते भारत की उस तस्वीर को करीब से देखने का था, जिसे देश का युवा 2022 के नये भारत में देख रहा है।
प्रधानमंत्री ने देश में शुरू हो रहे सरकार के कार्यक्रम पर खुशी जाहिर की है, मोदी के अनुसार कोई भी देश उसके युवाओं को साथ लिये बिना विकास नही कर सकता। मोदी ने बधाई देते हुए कहा कि, इस तरह के कार्यक्रम से युवा विचारों को पंख मिलेगें और लोकतंत्र भी सशक्त होगा। सरकार नें देश भर से चुने गए तीन खास वक्ताओं के लिए 2 लाख, 1.50 लाख और 1 लाख की इनाम राशि भी रखी है।