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त्रिपुरा में भाजपा के लिए तुरुप का एक्का साबित हो सकते हैं योगी आदित्‍यनाथ

भाजपा भी योगी आदित्यनाथ के के करिश्मे को त्रिपुरा में भूनाने की पूरी तैयारी में है।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 02 Jan 2018 07:27 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jan 2018 09:44 PM (IST)
त्रिपुरा में भाजपा के लिए तुरुप का एक्का साबित हो सकते हैं योगी आदित्‍यनाथ
त्रिपुरा में भाजपा के लिए तुरुप का एक्का साबित हो सकते हैं योगी आदित्‍यनाथ

अगरतला, नीलू रंजन। सीपीएम की ढाई दशक पुरानी सरकार को उखाड़ फेंकने को एड़ी-चोटी का जोर लगा रही भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तुरुप का पत्ता साबित हो सकते हैं। त्रिपुरा की कुल आबादी का एक तिहाई नाथ संप्रदाय से जुडा है। योगी आदित्यनाथ की एक अपील आसानी से उन्हें भाजपा की ओर खींच सकती है। अपने संप्रदाय के धर्मगुरु के उत्तरप्रदेश जैसे राज्य के मुख्यमंत्री बनने से त्रिपुरा के नाथ संप्रदाय के लोग गर्व अनुभव करते हैं।

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वैसे तो योगी आदित्यनाथ भाजपा के लिए गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों में से एक रहे हैं। लेकिन सुदूर पूर्वोत्तर के छोटे से राज्य त्रिपुरा में भी वे भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं। त्रिपुरा में गोरक्षनाथ के दो मंदिर हैं, एक अगरतला में और दूसरा धर्मनगर में। कुल 35 लाख की आबादी वाले इस राज्य में नाथ संप्रदाय से जुड़े लोगों की संख्या 12-13 लाख है। यानी एक तिहाई आबादी नाथ संप्रदाय को मानती है।

सबसे बड़ी बात यह है कि योगी आदित्यनाथ पूरे देश में नाथ संप्रदाय के प्रमुख हैं। योगी आदित्यनाथ के गुरु स्वर्गीय योगी अद्वैतनाथ दो बार त्रिपुरा आ चुके हैं। अगरतला में गोरक्षनाथ मंदिर के सचिव निखिल देवनाथ कहते हैं कि दोनों बार योगी अद्वैतनाथ उनके घर पर ही रुके थे। निखिल देवनाथ चाहते हैं कि योगी जब चुनाव प्रचार के लिए त्रिपुरा आएं तो गोरक्षनाथ मंदिर जरूर आएं।

त्रिपुरा में गोरक्षनाथ संप्रदाय को मानने वाले ओबीसी के कोटे में आते हैं। लेकिन राज्य में उन्हें ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। माकपा सरकार एससी और एसएसटी को मिल रहे 48 फीसदी आरक्षण के कारण ओबीसी को आरक्षण नहीं दे पाने की मजबूरी बताती रही है। निखिल देवनाथ चाहते हैं कि यदि योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय को आरक्षण दिलाने का ठोस भरोसा दिला दें, तो फिर नाथ का एक-एक वोट भाजपा को जाएगा। लेकिन ओएनजीसी में इंजीनियर और त्रिपुरा राज्य नाथ कल्याण समिति के पूर्व सचिव डीएन नाथ कहते हैं कि सिर्फ योगी आदित्यनाथ के आने से बहुत फर्क पड़ जाएगा। उनका कहना है कि योगी आदित्यनाथ उनके गुरूभाई हैं और उत्तरप्रदेश जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं यह नाथों के लिए गर्व की बात है।

वहीं भाजपा भी योगी आदित्यनाथ के के करिश्मे को त्रिपुरा में भूनाने की पूरी तैयारी में है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और त्रिपुरा के प्रभारी सुनील देवधर कहते हैं कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ योगी आदित्यनाथ भी यहां प्रचार करने आएंगे और इसकी तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि इस छोटे से राज्य में योगी की एक से अधिक सभाएं हो सकती हैं।

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