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कर्नाटक का नाटक: कांग्रेस ने विधायकों को रिजॉर्ट में भेजा, भाजपा ने गुरुग्राम से वापस बुलाया

224 विधायकों वाली कर्नाटक सरकार में बहुमत का आंकड़ा 113 है, जबकि कुमारस्वामी के पास अभी भी 117 विधायकों का समर्थन है।

By Tilak RajEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 10:39 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 01:10 AM (IST)
कर्नाटक का नाटक: कांग्रेस ने विधायकों को रिजॉर्ट में भेजा, भाजपा ने गुरुग्राम से वापस बुलाया

बेंगलुरु, एएनआइ। कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों को ये डर सता रहा है कि कहीं उसके विधायक दुश्‍मनों के खेमे में न शामिल हो जाएं। हालांकि कर्नाटक भाजपा के अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍य मंत्री बीएस येद्दियुरप्पा ने गुरुग्राम से अपने सभी विधायकों को वापस बुला लिया है। लेकिन कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को अब भी डर है कि कहीं भाजपा ऑपरेशन लोटस को सफल कराने के लिए उनके विधायक न तोड़ दें। इसलिए कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को बाहरी बेंगलुरु के एक रिसॉर्ट में रखने का फ़ैसला किया है।

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बीएस येदियुरप्पा ने बताया, 'हमारे विधायक दिल्ली से बेंगलुरु लौट रहे हैं। हम राज्य का दौरा करेंगे और सूखे की स्थिति का विश्लेषण करेंगे। हम किसी भी कीमत पर इस सरकार को अस्थिर नहीं करेंगे। कांग्रेस और जेडीएस को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

भाजपा के सभी विधायक गुरुग्राम से वापस कर्नाटेक न लौट रहे हैं। कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार के तीन कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट हो जाने की खबर के बाद से इस रिजॉर्ट राजनीति ने तूल पकड़ा है। कांग्रेस का मानना था कि भाजपा उनके विधायकों को अपने खेमे में लेने के लिए उन्हें लुभाने का प्रयास कर रही है। इधर भाजपा का भी कुछ ऐसा ही डर था।

इससे पहले आइटीसी ग्रैंड भारत होटल में ठहरे कर्नाटक के भाजपा विधायकों में से करीब 30 विधायकों को कुछ ही दूरी पर स्थित दूसरे होटल में शिफ्ट किया गया है। इनका होटल क्यों बदला गया यह स्पष्ट नहीं था। मगर बताया जा रहा था कि दिल्ली से मिले निर्देश के बाद ही ऐसा किया होगा। बता दें कि सोमवार को कर्नाटक के कई भाजपा नेता 104 विधायकों के साथ आइटीसी ग्रैंड भारत होटल में ठहरने के लिए आए थे। इसके बाद से मीडिया कर्मियों ने होटल को जाने वाले रास्ते में डेरा जमा लिया। तीन विधायक बृहस्पतिवार को दिल्ली चले गए थे।

गौरतलब है कि 224 विधायकों वाली कर्नाटक सरकार में बहुमत का आंकड़ा 113 है, जबकि कुमारस्वामी के पास अभी भी 117 विधायकों का समर्थन है। वहीं प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जदएस गठबंधन ने भाजपा पर 'ऑपरेशन लोटस' के तहत विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। भाजपा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उलटा कांग्रेस-जदएस गठबंधन भाजपा विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहा है। लिहाजा पार्टी के सभी विधायकों को गुरुग्राम शिफ्ट कर दिया था।


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