Maharashtra Government Formation: जानिए, राज्यपाल ने क्यों की राष्ट्रपति शासन की सिफारिश?
महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के सरकार बनाने के दावे को विफल रहने के बाद एनसीपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था।
मुंबई/नई दिल्ली, एजेंसी। महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के सरकार बनाने के दावे को विफल रहने के बाद एनसीपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। उसने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि उनके पास दी गई समय सीमा तक सरकार बनाने के लिए अपेक्षित संख्या नहीं होगी, इसलिए उसे और समय चाहिए। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। मंगलवार दोपहर 11:30 बजे एनसीपी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को सदन में बहुमत साबित करने के लिए समय सीमा में 48 घंटे के विस्तार का अनुरोध करने के लिए एक पत्र लिखा था। इस बीच एनसीपी नेता अजीत पवार मीडिया से मुखातिब हुए और उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समर्थन के बिना सरकार नहीं बनाई जा सकती है। उन्होंने अब तक अपना समर्थन पत्र नहीं भेजा है।
NCP के अनुरोध को अस्वीकार किया
राज्यपाल ने न केवल एनसीपी के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया बल्कि मंगलवार रात 8:30 बजे तक की आवंटित समय सीमा को रद्द करने के लिए पत्र का उपयोग किया। एनसीपी ने स्वीकार किया है कि वे बहुमत साबित नहीं कर सकते। राज्यपाल ने ऐसे में आगे बढ़कर राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की। जिसको पहले कैबिनेट की मंजूरी मिली, जिसे राष्ट्रपति के पास भेजा गया। राज्यपाल ने 44 सीटों वाली चौथी पार्टी कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया। देर शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उसे अनुमोदित किया।
शिवसेना को और समय देने से किया इन्कार
शिवसेना ने राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए समय सीमा के तीन दिन के विस्तार के लिए कहा था, जिसे खारिज कर दिया गया। एनसीपी को मंगलवार रात 8:30 बजे तक की समय सीमा दी गई। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि एनसीपी के मंगलवार को भेजे गए पत्र के बाद राज्यपाल ने समय सीमा खत्म कर दी और राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी। राज्यपाल ने पहले भाजपा, शिवसेना और एनसीपी से राज्य में सरकार बनाने के लिए पूछा था।
भाजपा के बाद शिवसेना और एनसीपी को किया आमंत्रित
भाजपा द्ववारा असमर्थता दिखाने के बाद कोशियारी ने सरकार बनाने के लिए शिवसेना को आमंत्रित किया, जिसने सोमवार को समर्थन पत्र देने के लिए और समय मांगा, जिसे राज्यपाल ने इन्कार कर दिया, तब कोशियारी ने एनसीपी से मंगलवार रात 8.30 बजे तक सरकार बनाने की इच्छा व्यक्त की। 288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधानसभा में 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं। राज्य में बहुमत के लिए 145 सीटें चाहिए।