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पश्चिम बंगाल में चुनावी बवाल, भाजपा के निशाने पर ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल हिंसा गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं अरुण जेटली स्मृति ईरानीयोगी आदित्यनाथ और बाकी BJP नेताओं ने TMC सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 10:51 AM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 10:57 AM (IST)
पश्चिम बंगाल में चुनावी बवाल, भाजपा के निशाने पर ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल में चुनावी बवाल, भाजपा के निशाने पर ममता बनर्जी

नई दिल्ली,जेएनएन। Loksabha election 2019:लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम चरण में है और ऐसे में सियासी उठा-पटक तेज हो गई है। इसी बीच पश्चिम बंगाल की सियासत लगातार गरमा रही है। राज्य सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और केंद्र सरकार (भाजपा) के बीच मदभेद किसी से छिपे नहीं है। मतभेदों की ये दरार लगातार गहरी होती जा रही है। दरअसल, कोलकाता में मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं में जमकर हिंसा हुई। टीएमसी का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिंसा को अंजाम दिया है। इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा है। 

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चुनावी हिंसा के लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार: राजनाथ सिंह

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल की चुनावी हिंसा के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने साफ किया कि संविधान के संघीय ढांचे के तहत कानून-व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है और वह इससे बच नहीं सकती है। उन्होंने चुनाव में नरेंद्र मोदी के पक्ष में लहर चलने का दावा किया। उनके अनुसार, 2014 में जनता ने मोदी को आशा और उम्मीद के साथ समर्थन दिया था, जो इस बार भरोसे में बदल गया है। पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा को निंदनीय बताते हुए राजनाथ ने कहा कि लोकतंत्र में इसके लिए कोई जगह नहीं है। साफ किया कि संघीय ढांचे के तहत कानून-व्यवस्था राज्य सरकार के तहत आता है, इसीलिए हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं।

बड़ी संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बारे में उन्होंने कहा कि बल चुनाव आयोग के अधीन काम करते हैं और केंद्र का इसमें कोई दखल नहीं है। यह पहली बार हुआ है कि देश का प्रधानमंत्री फोन करे और मुख्यमंत्री बात न करे।

बंगाल में क्या गैंगस्टर की सरकार चल रही है?  जेटली 

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा और उत्पात की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने जानना चाहा है कि क्या पश्चिम बंगाल में ‘गैंगस्टरों की सरकार’ चल रही है। असम के सीएम ने भी पार्टी अध्यक्ष के रोड शो में हिंसा की आलोचना की है।

जेटली ने एक के बाद एक किए ट्वीट में कहा, ‘क्या बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान संभव है?’ अब सबकी निगाह 19 मई के लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान को लेकर चुनाव आयोग पर होगी। जेटली ने कहा, ‘जारी रखिए अमित भाई। केवल मोदी जी और आप ही बंगाल में वह कर सकते हैं जो दूसरे करने में विफल रहे। जीत अब बस सामने है।’ असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि बंगाल में ‘अराजकता’ व्याप्त हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में लोकतांत्रिक गतिविधियों के लिए आजादी नहीं है। उन्होंने चुनाव आयोग से हिंसा के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की।

तृणमूल कांग्रेस का आरोप बाहरी लोगों ने की हिंसा 

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अमित शाह द्वारा रोड शो के लिए बाहर से लाए गए लोग हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं। तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा कि बाहर से आए भाजपा के हताश गुंडों ने ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ डाला।

 हम ईट का जवाब पत्थर से देंगे: स्मृति ईरानी 

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में एक सभा के मंच से तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चेतावनी दी। राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ‘हम ईंट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं।’ वह दक्षिण कोलकाता संसदीय क्षेत्र के हाजरा मोड़ पर सभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने ममता बनर्जी का नाम लिए बिना कहा कि यहां से दो मिनट रास्ता चलने पर एक लीडर का घर है। आप इतनी निष्ठा से जय श्रीराम के नारे लगाएं कि यह आवाज उस लीडर के कानों तक पहुंचे। स्मृति ने कहा कि वह दीदी से कहना चाहती हैं कि पोस्टर फाड़ देंगी, लेकिन हर गरीब के दिल में बैठे मोदी को कैसे निकालेंगी।

योगी आदित्यनाथ बोले पश्चिम बंगाल में लागू हो राष्ट्रपति शासन
कोलकाता में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड-शो पर हुए हमले को उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता प्रायोजित अराजकता करार दिया है। इसे लेकर उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाया है, साथ ही लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए पश्चिम बंगाल को तत्काल बर्खास्त करते हुए राष्ट्रपति शासन की मांग की है।

गोरखनाथ मंदिर में मंगलवार की देर शाम संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की। कहा कि पश्चिम बंगाल में जो घटना हुई, वह पूरी तरह सत्ता प्रयोजित थी। जिस तरह से पुलिसकर्मी हमलावरों पर कार्रवाई को लेकर मूकदर्शक बने हुए थे, उससे साफ जाहिर है कि वह सरकार की शह पर ऐसा कर रहे हैं। चुनाव आयोग इसे लेकर क्यों आंख बंद किए हुए है, यह समझ से परे है। इस घटना से चुनाव आयोग भी कठघरे में खड़ा हो गया है। ऐसा लग रहा है वह भी अराजकता के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि बीते छह चरणों के चुनाव के दौरान भी पश्चिम बंगाल में बर्बरता देखने को मिली है, जबकि उत्तर प्रदेश में इन चरणों में सत्ता का कहीं भी दुरुपयोग नहीं किया गया और न ही किसी तरह की कोई घटना अंजाम देने की किसी को इजाजत दी गई। दरअसल वहां कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। शासन व्यवस्था पटरी से उतर गई है। इसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चुनाव को निष्पक्षता से सम्पन्न कराने के लिए राष्ट्रपति से बंगाल सरकार के बर्खास्तगी करने और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जाएगी।

बंगाल में राष्ट्रपति ले संज्ञान और EC करें कार्रवाई: पीयूष गोयल 
पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो पर हुए हमले की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को प्रेसवार्ता के माध्यम से राष्ट्रपति से संज्ञान लेने का अनुरोध किया है। उन्होंने चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। प. बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार को गुंडा राज बताया। कहा कि छह चरणों के चुनाव में जिस प्रकार से वहां हिंसा हुई है उसको लेकर चुनाव आयोग का मूकदर्शक बने रहना आश्चर्य है। कहा कि हिंसा के बाद भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। किसी भी गुंडे व अराजक तत्व को गिरफ्तार नहीं किया गया।

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