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चुनाव बाद ममता का आरोप; रुपयों के दम पर हुआ लोकतंत्र का सर्वनाश, बैलेट से चुनाव की मांग

हार की समीक्षा करते हुए ममता बनर्जी ने ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने पर जोर दिया। इसके साथ ही ममता ने केंद्र सरकार पर रूपयों के दम पर चुनाव जीतने का आरोप लगाया।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 03 Jun 2019 11:26 PM (IST)Updated: Mon, 03 Jun 2019 11:26 PM (IST)
चुनाव बाद ममता का आरोप; रुपयों के दम पर हुआ लोकतंत्र का सर्वनाश, बैलेट से चुनाव की मांग
चुनाव बाद ममता का आरोप; रुपयों के दम पर हुआ लोकतंत्र का सर्वनाश, बैलेट से चुनाव की मांग

कोलकाता, जेएनएन। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आम चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन की सोमवार को समीक्षा की। इसी सिलसिले में उन्होंने नव निर्वाचित सांसदों, विधायकों और मंत्रियों की नवान्न (राज्य सचिवालय) सभागार में बैठक की। लगभग दो घंटे तक चली बैठक में उन्होंने आरोप लगाया कि रुपयों के दम पर लोकतंत्र का सर्वनाश किया गया। उन्होंने कहा कि अब ईवीएम नहीं बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाना चाहिए।

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इस दौरान उन्होंने बंगाल में भाजपा के बढ़ते जनाधार को रोकने के लिए कई आंदोलनों की रूप रेखा तैयार की। ममता ने भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे का जवाब बांग्ला सांस्कृतिक पहचान को उभार कर देने की योजना बनाई है। बैठक के बाद संवाददाताओं से मुखातिब मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा, इस बार चुनाव में धनबल, बाहुबल के साथ संवैधानिक पदों का जमके दुरुपयोग किया गया है।

चुनाव में हुई चूक पर विस्तार से चर्चा करते हुए पार्टी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ने की निर्देश दिया। ममता ने आरोप लगाया कि विरोधियों की आवाज दबाने के लिए भाजपा की ओर से हजारों करोड़ रुपयों के साथ सरकारी एजेंसियों का जमकर दुरुपयोग हुआ है। मतदान के दौरान भारी संख्या में पोलिंग बूथों पर ईवीएम खराब रहीं। उन्होंने कहा कि वह ईवीएम के खिलाफ पूरे देश में दूसरे राजनीतिक दलों के सहयोग से घर-घर अभियान चलाएंगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका भी ईवीएम को अलविदा कह चुका है। उन्होंने कहा कि वे सभी पार्टियों से आग्रह करती हैं कि ईवीएम पर एक कमेटी बननी चाहिए जो ऐसे मामलों की जांच करे।

गणतंत्र बचाओ , बैलेट वापस लाओ
तृणमूल प्रमुख ने 21 जुलाई अभियान के लिए नए सिरे से एजेंडा तय किया। ममता बनर्जी ने कहा कि 21 जुलाई शहीद दिवस पर हमारी मुख्य मांग नो आइकार्ड, नो वोट थी। हालांकि, अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं। अब 21 जुलाई को हमारा नया नारा होगा-गणतंत्र बचाओ , बैलेट वापस लाओ। मशीन नहीं, चाहिए बैलेट।

राम नाम के दुरुपयोग का लगाया आरोप
ममता बनर्जी ने बैठक में भाजपा पर राम के नाम का गलत उपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने सियासी नफा-नुकसान के लिए राम को भुनाने में लगी हुई है। हम जय सिया राम कहते हैं, हमारे नारे में राम-सीता दोनों हैं, गांधी जी भी पतित पावन सीता राम कहते थे, लेकिन भाजपा वाले जय श्रीराम के सही मायने को तोड़ मरोड़ कर पेश करने में लगे हुए हैं।

मंत्री, विधायक व सांसदों से जमा कराए फोन
बैठक में भाग लेने पहुंचे मंत्री, विधायक व नवनिर्वाचित सांसदों को फोन बैठक कक्ष के बाहर ही जमा करा लिए गए। कहा, जा रहा है कि बैठक की कोई बातें मोबाइल के जरिये बाहर न जाए, इसका पूरा ख्याल रखा गया था। खबर है कि सीएम के निर्देश पर ही मोबाइल फोन जामा कराए गए थे।

11 जून को स्थापित होगी विद्यासागर की मूर्ति
पिछले माह कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुए बवाल के दौरान तोड़ी गई ईश्र्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति को 11 जून को फिर से स्थापित किया जाएगा। ममता बनर्जी ने सोमवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि 11 जून को हम वहां प्रतीकात्मक मूर्ति स्थापित करेंगे।

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