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पीएम मोदी को खत लिखकर पीड़ितों ने की एंटी ट्रैफिकिंग बिल को जल्द पारित कराने की मांग

मानव तस्करी पीड़ितों के लिए काम करने वाले संगठनों की ओर पीएम को लिखे खत में कहा है कि वे राज्यसभा में इस बिल के जल्द पारित होने की उम्मीद करते हैं।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 05 Jan 2019 02:14 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jan 2019 02:20 PM (IST)
पीएम मोदी को खत लिखकर पीड़ितों ने की एंटी ट्रैफिकिंग बिल को जल्द पारित कराने की मांग
पीएम मोदी को खत लिखकर पीड़ितों ने की एंटी ट्रैफिकिंग बिल को जल्द पारित कराने की मांग

नई दिल्ली,पीटीआइ। मानव तस्करी के पीड़ितों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मानव तस्करी रोधी बिल के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है और राज्यसभा में इसे जल्द से जल्द पास कराने की गुजारिश की है। लोकसभा में यह बिल पिछले साल जुलाई में मानसून सत्र को दौरान ही पास हो गया था।  

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पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में मानव तस्करी को रोकने के लिए काम करने वाले संगठनों की ओर से पीएम को लिखे खत में कहा कि वे राज्यसभा में इस बिल के जल्द पारित होने की उम्मीद करते हैं। हम आपको यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत के लोग मानव तस्करी के खिलाफ आपके साथ खड़े हैं। हम उम्मीद करते हैं कि राज्यसभा की कार्यवाही जल्द शुरू होगी और सभी राजनैतिक दल इस बिल का समर्थन करेंगे। 

मानव तस्करी (रोकथाम, संरक्षण और पुनर्वास) विधेयक 2018 पीड़ितों, गवाहों और शिकायतकर्ताओं की गोपनीयता, समयबद्ध सुनवाई और पीड़ितों को उनके मूल स्थान भेजने के प्रावधान को लेकर है। नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों से तस्करी के मामले को देखते हुए इसे एक शानदार कदम बताया जा रहा है। 

इससे पहले पिछले महीने कुछ सांसदों के साथ मानव तस्करी से बचे लोगों ने भी उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को एक याचिका भेजकर संसद के शीतकालीन सत्र में विधेयक को पारित कराने का आग्रह किया था।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) 2016 की रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में मानव-तस्करी के कुल 15,379 मामले सामने आए थे, जिनमें से लगभग 60 प्रतिशत मामले  नाबालिगों से जुड़ें हुए थे।


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