हैदराबाद एनकाउंटर पर वेंकैया नायडू बोले, तत्काल न्याय और न्याय में देरी दोनों ही ठीक नहीं
हैदराबाद एनकाउंटर को लेकर छिड़ी बहस के बीच उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सब कुछ संविधान के मुताबिक ही होना चाहिए।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। हैदराबाद एनकाउंटर को लेकर छिड़ी बहस के बीच उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सब कुछ संविधान के मुताबिक ही होना चाहिए। मीडिया से लेकर न्यायपालिका सभी को इस पर साथ चलने की जरुरत है। हालांकि उन्होंने कहा कि तत्काल न्याय जिस तरह से देश के लिए ठीक नहीं है, वैसे ही न्याय में देरी भी ठीक नहीं है।
उपराष्ट्रपति ने कहा, देश संविधान के मुताबिक चले
उपराष्ट्रपति नायडू मंगलवार को अंबेडकर सेंटर में आयोजित एक अखबार के पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के हर क्षेत्र में संविधान का पालन किया जाना चाहिए। नायडू ने कहा कि देश में इन दिनों तत्काल न्याय की बात हो रही है। लेकिन आप तत्काल न्याय नहीं कर सकते है। न ही न्याय में देरी ही ठीक है। आपको केस रजिस्टर करना होगा। जांच पूरी करनी होगी और न्यायिक प्रक्रिया को पूरा करना होगा। यही सिस्टम का सही तरीका है। नायडू के इसके साथ ही मीडिया को बेक्रिंग न्यूज की आपाधापी से बचने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मीडिया को टीआरपी रेस से बचते हुए न्यूज और व्यूज के अंतर को समझना होगा। आमलोगों को भी ऐसे समाचारों से सतर्क रहना चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मुलायम सिंह को मिला पार्लियामेंट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
संसद के दोनों सदनों में उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (राज्यसभा) और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव (लोकसभा) को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड सहित आठ लोगों को संसदीय सम्मान से पुरस्कृत किया गया है। लोकमत समाचार पत्र समूह की ओर से हर साल संसद के दोनों सदनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सांसदों को पुरस्कृत किया जाता है।
इस क्रम में 2019 के लिए सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार तिरुचि शिवा (राज्यसभा) को और सौगात राय (लोकसभा) को दिया गया है। इसी तरह सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद का पुरस्कार विपल्व ठाकुर (राज्यसभा) और सुप्रिया सुले (लोकसभा) को दिया गया है। जबकि पहली बार संसद पहुंची सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद का पुरस्कार कहकशां परवीन (राज्यसभा) और डा भारती प्रवीण पवार (लोकसभा) को दिया गया है।