वसुंधरा राजे का मंदिर दर्शन व लाभार्थियों पर फोकस, कांग्रेस पर साधा निशान
वसुंधरा राजे का राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान जोर मंदिर दर्शन, लाभार्थियों के जरिये सरकार की उपलब्धियां गिनाने और कांग्रेस पर हमलों पर रहा।
उदयपुर (नईदुनिया)। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चुनावी 'राजस्थान गौरव यात्रा' का पहला चरण शुक्रवार को उदयपुर के भिंडर और मावली में हुई सभा के साथ पूरा हो गया। पहले चरण में राजे का जोर मंदिर दर्शन, लाभार्थियों के जरिये सरकार की उपलब्धियां गिनाने और कांग्रेस पर हमलों पर रहा। राजे की सभाओं में अच्छी भीड़ नजर आई और कई जगह लोग दो से तीन घंटे तक राजे का इंतजार भी करते दिखे। अब अगला चरण 16 अगस्त से भरतपुर संभाग में शुरू होगा।
चार अगस्त को राजसमंद के चारभुजानाथ मंदिर के दर्शन के साथ शुरू हुई इस संभाग की यात्रा में राजे ने मंदिर दर्शन पर खासा जोर रखा। हर रोज यात्रा की शुरुआत वहां के किसी प्रमुख मंदिर के दर्शन से की। शुक्रवार को अंतिम दिन भी उनकी यात्रा चित्तौड़गढ़ जिले के सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन से शुरू हुई। राजे के भाषणों में भी मंदिरों के लिए कराए गए विकास कार्यों का उल्लेख रहा और धार्मिक स्थलों के विकास के लिए नई घोषणाएं भी कीं। इस मामले में उन्होंने कांग्रेस की आलोचनाओं का जवाब भी दिया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर दर्शन को लेकर तंज भी कसे।
दिखती रही नेताओं की खींचतान
उदयपुर संभाग में भाजपा के तीन बड़े नेता गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और जनजाति कल्याण मंत्री नंदलाल मीणा हैं। यात्रा के दौरान इन तीन बड़े नेताओं की आपसी खींचतान भी दिखती रही। तीनों नेता एक-दूसरे के क्षेत्रों में हुई सभाओं में जाने से परहेज करते दिखे। इसके बावजूद उदयपुर संभाग के 28 में से 23 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी इस यात्रा में राजे को जनता का अच्छा समर्थन मिलता दिखा। चित्तौड़गढ़ जैसे इलाकों में राजपूतों के विरोध की आशंका थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।