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Parliament Remarks Row: टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने संसद को कहा 'गुजरात जिमखाना', भड़के केंद्रीय मंत्री

Parliament Remarks Row केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने संसद को गुजरात जिमखाना कहने पर टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेता को क्या इस बात की चिंता होती है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा कितने दिनों तक चली?

By Achyut KumarEdited By: Published: Tue, 09 Aug 2022 11:42 AM (IST)Updated: Tue, 09 Aug 2022 12:17 PM (IST)
Parliament Remarks Row: टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने संसद को कहा 'गुजरात जिमखाना', भड़के केंद्रीय मंत्री
Parliament Remarks Row: केंद्रीय मंत्री ने संसद को गुजरात जिमखाना कहने पर डेरेक ओ ब्रायन पर साधा निशाना (फोटो- एएनआइ)

नई दिल्ली, एजेंली। Parliament Remarks Row: तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने संसद को गुजरात जिमखाना में बदलने का आरोप लगाया है, जिसे लेकर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने उन पर निशाना साधा है।  उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'टीएमसी नेता को लोकतांत्रिक मूल्यों और संस्थानों की पवित्रता के बारे में बातें करना बंद कर देना चाहिए। बंगाल के लोगों ने भाजपा को मुख्य विपक्ष के रूप में चुना है। लेकिन टीएमसी ने अपने अहंकार में भाजपा को पीएसी चेयरमैन के पद से वंचित कर दिया।'

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केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी टीएमसी नेता के आरोप के बाद आई है कि संसद सत्र को छोटा कर दिया गया।

टीएमसी नेता ने कहा- संसद को गुजरात जिमखाना नहीं बनने देंगे

इससे पहले, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा, 'यह लगातार सातवां समय है, जब संसद का सत्र छोटा हो गया है। संसद का मजाक उड़ाना बंद कीजिए। हम इसकी पवित्रता के लिए लड़ेंगे और पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह को इस महान संस्थान को गुजरात जिमखाना में बदलने से रोकेंगे।'

प्रहलाद जोशी ने डेरेक ओ ब्रायन के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या वे इस बात की चिंता करते हैं कि पश्चिम बंगाल विधानसभा कितने दिनों तक चली? या राज्य ममता जिमखाना के रूप में काम कर रहा है?'

लोकसभा में सात, तो राज्यसभा में चार विधेयक हुए पास

  • संसद के मानसून सत्र में सोमवार को संसद के दोनों सदनों द्वारा पांच विधेयक पारित किए गए।
  • इस दौरान विभिन्न मुद्दों पर बार-बार कार्यवाही बाधित हुई।
  • विपक्ष ने मूल्य वृद्धि और जीएसटी सहित कई मुद्दों पर विरोध किया।
  • लोकसभा में सात विधेयक पारित हुए जबकि छह विधेयक पेश किए गए।
  • राज्यसभा में चार बिल पास हुए।
  • सरकार ने डेटा संरक्षण विधेयक, 2019 को वापस ले लिया और व्यापक कानून लाने का फैसला किया।
  • सत्र के निर्धारित समय से चार दिन पहले सोमवार को दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।
  • कांग्रेस ने सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की तलाशी का भी विरोध किया।

47 घंटे से अधिक का समय बर्बाद

अपनी विदाई टिप्पणी में, निवर्तमान राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि रुकावटों के कारण 47 घंटे से अधिक का समय बर्बाद हो गया, जो संसद के उच्च सदन के कामकाज पर एक दुखद प्रतिबिंब है।

दोनों सदनों की 22 दिन में हुई 16 बैठकें

  • 18 जुलाई को सत्र शुरू होने के बाद से 22 दिनों में दोनों सदनों की 16 बैठकें हुईं।
  • सत्र में एक नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव हुआ।
  • सत्र के दौरान लोकसभा की बैठक 44 घंटे 29 मिनट तक चली।

लोकसभा में पारित हुए ये विधेयक

लोकसभा ने भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, 2022, पारिवारिक न्यायालय (संशोधन) विधेयक, 2022, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक, 2021, वन्य जीवन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2021, केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया। , ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2022 और नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया। 

राज्यसभा में पारित हुए ये विधेयक

वहीं, राज्यसभा ने सामूहिक विनाश के हथियार और उनकी वितरण प्रणाली (गैरकानूनी गतिविधियों का निषेध) संशोधन विधेयक, 2022, भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, 2022, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक, 2021, परिवार न्यायालय (संशोधन) विधेयक, 2022 और केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया।


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