Move to Jagran APP

MeToo पर अकबर का कदम महिलाओं की आवाज दबाने की कोशिश: कांग्रेस

कांग्रेस ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि अब पीएम को यह साफ करना होगा कि वह मानहानि के मुकदमे का समर्थन करते हैं या नहीं।

By Vikas JangraEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 10:05 PM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 12:50 AM (IST)
MeToo पर अकबर का कदम महिलाओं की आवाज दबाने की कोशिश: कांग्रेस
MeToo पर अकबर का कदम महिलाओं की आवाज दबाने की कोशिश: कांग्रेस

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने को कांग्रेस ने दुखद बताते हुए इसे महिलाओं की आवाज दबाने का प्रयास करार दिया है। कांग्रेस ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि अब पीएम को यह साफ करना होगा कि वह मानहानि के मुकदमे का समर्थन करते हैं या नहीं।

loksabha election banner

यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं में शामिल एक महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने के एमजे अकबर के कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने यह बात कही। कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा कि एक नहीं बल्कि 14 अलग-अलग महिला पत्रकारों ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है जिनका आपस में कोई जुड़ाव नहीं है। उन्होंने कहा कि यह साहस की बात है कि हिम्मत जुटाकर ऐसी महिलाओं ने अपने साथ हुए उत्पीड़न के सच को बाहर लाने का प्रयास किया है।

आरपीएन ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढाओ के जरिये महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार को यौन उत्पीड़न की इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जांच कराना चाहिए मगर इसके उलट अकबर ने मानहानि का मुकदमा कर डराने का प्रयास किया है। यौन उत्पीड़न के मामलों को उठाने वाली महिलाओं के कदम को राजनीति से जोड़ने के अकबर के बयान को दुखद करार देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को अपने मंत्री के इस बयान पर सहमति या असहमति जाहिर करनी चाहिए।

विदेश राज्यमंत्री के खिलाफ यौन उत्पीड़न के चौतरफा आरोपों को गंभीर बताते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पीएम की इस मामले में चुप्पी ठीक नहीं है क्योंकि मंत्रिमंडल के मुखिया होने के नाते अकबर की जवाबदेही पीएम पर है। उनका कहना था कि केवल अकबर के मसले पर ही नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश के भाजपा विधायक पर लगे दुष्कर्म के मामले, बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका संरक्षण गृह और देवरिया के महिला संरक्षण आश्रय की गंभीर घटनाओं पर भी पीएम ने बयान देना तो दूर एक ट्वीट तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि अकबर के मामले में कांग्रेस पीएम को बोलने के लिए बाध्य करने का अपना प्रयास जारी रखेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.