मोदी ने रेलवे नेटवर्क के विस्तार की ठानी, रेलवे ट्रैफिक जाम खत्म करने के लिए दो नई लाइनें मंजूर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ने रेल परियोजनाओं से संबंधित रेल मंत्रालय के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सरकार ने उत्तर प्रदेश और असम में रेलवे नेटवर्क के विस्तार के जरिए यातायात घनत्व में कमी लाने वाली दो परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनके तहत उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद व मुगलसराय के बीच तीसरी लाइन बिछाई जाएगी। जबकि सहजनवा-दोहरीघाट के बीच नई लाइन का निर्माण होगा। असम में न्यू बोंगाइगांव-अग्थोरी लाइन के दोहरीकरण का निर्णय लिया गया है। इन रेलवे लाइनों के पूरा होने से मौजूदा लाइनों पर यातायात का दबाव कम होगा तथा ट्रेनों के सुगम आवागमन में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ने इन परियोजनाओं से संबंधित रेल मंत्रालय के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान कर दी।
इलाहाबाद-मुगलसराय तीसरी लाइन
मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर प. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होने से इस लाइन को इलाहाबाद-प. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन नाम दिया गया है। कुल 150 किमी लंबी इस लाइन के निर्माण पर कुल 2890 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। परियोजना 2023-24 में पूरी होगी। इसमें एक यमुना पर 880 मीटर लंबा तथा टोंस नदी पर 370 मीटर लंबा पुल बनेगा।
रेलवे बोर्ड के सदस्य, इंजीनियरिंग विश्वेश चौबे ने बताया कि दिल्ली-हावड़ा ट्रंक रूट पर पड़ने वाले इलाहाबाद-मुगलसराय हिस्से में क्षमता से डेढ़ गुना यातायात है। रोजाना 159 यात्री ट्रेने तथा 49 मालगाडि़यां चलती हैं। तीसरी लाइन बनने से यातायात दबाव घटकर आधा रह जाने की संभावना है। इससे छ्योकी और नैनी में जाम की समस्या खत्म होगी। इसके निर्माण में 36 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजित होगा।
सहजनवा-दोहरीघाट नई लाइन
गोरखपुर के अधिकांश व मऊ के कुछ जिले में पड़ने वाली नई लाइन के बनने से छपरा से लखनऊ के बीच गोरखपुर को छोड़ एक वैकल्पिक रूट बनेगा जो गोरखपुर-गोंडा-लखनऊ रूट को कनेक्ट करेगा। इससे गोरखपुर में रेल यातायात जाम होने की समस्या खत्म होगी। इस 81 किमी लंबी लाइन के निर्माण पर कुल 1442 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने की अंदाजा है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य, इंजीनियरिंग विश्वेश चौबे के मुताबिक पांच साल में पूरी होने वाली इस परियोजना के अंतर्गत घाघरा नदी पर 339 करोड़ की लागत से एक पुल का निर्माण भी किया जाएगा। इस परियोजना में 364 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जरूरत पड़ेगी। इंदारा से दोहरीघाट के बीच आमान परिवर्तन पहले ही मंजूर हो चुका है। अब दोहरीघाट से सहजनवा के बीच नई लाइन बनने से गोरखपुर के लिए वैकल्पिक रूट का मिसिंग लिंक पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट में 19.48 लाख मानव दिवसों का रोजगार सृजित होगा।
न्यू बोंगाइगांव-रंगिया-अग्थोरी दोहरीकरण
बोंगाइगांव-बक्सा, बड़पेटा, नलबाड़ी तथा कामरूप जिलों से होकर गुजरने वाली इस परियोजना के तहत 143 किमी लंबी मौजूदा लाइन का दोहरीकरण किया जाएगा। इस पर 2043-2248 करोड़ रुपये की लागत आंकी गई है। चार वर्ष में पूरे होने वाले इस प्रोजेक्ट के तहत 131 छोटे तथा एक बड़े पुल का निर्माण भी होगा। इसके बनने पर न्यू बोंगाइगांव से गुवाहाटी के बीच यातायात सुगम होने की संभावना है।
अभी इस रूट पर क्षमता से 86 फीसद अधिक यातायात है जिसमें रंगिया-मुरकांगसेलेक ब्रॉडगेज लाइन तथा बोगीबील पुल नई लाइन चालू होने से और बढ़ोतरी की संभावना है। प्रोजेक्ट में 34.31 मानव दिवस का रोजगार सृजित होने की आशा है।