कर्नाटक में विभागों से नाखुश दो मंत्रियों ने दी इस्तीफे की धमकी, मुख्यमंत्री बोम्मई जल्द खत्म हो जाएगा असंतोष
बासवराज बोम्मई सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। मंत्रिमंडल गठन के तत्काल बाद मंत्री बनने से वंचित रह गए दो पूर्व मंत्रियों ने असंतोष जताया था। अब दो मंत्रियों ने पसंद वाले विभागों की मांग पूरी न होने पर इस्तीफे की धमकी दी है।
बेंगलुरु, आइएएनएस। कर्नाटक में करीब दो हफ्ते पहले बनी बासवराज बोम्मई सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। मंत्रिमंडल गठन के तत्काल बाद मंत्री बनने से वंचित रह गए दो पूर्व मंत्रियों ने असंतोष जताया था। अब दो मंत्रियों ने पसंद वाले विभागों की मांग पूरी न होने पर इस्तीफे की धमकी दी है। इस्तीफे की धमकी देने वाले आनंद सिंह और एमटीबी नागराज 2019 में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन से आए थे और येदियुरप्पा सरकार में भी मंत्री थे। पिछले हफ्ते हुए विभागों के वितरण में आनंद सिंह को पर्यटन और नागराज को निकाय प्रशासन विभाग दिए गए हैं।
अंतर्कलह की सुगबुगाहट
दोनों ही मंत्रियों को ये विभाग रास नहीं आ रहे हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार आनंद सिंह ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया है, जबकि नागराज ने साफ कर दिया है कि अगर उन्हें अपनी पसंद का विभाग नहीं मिला तो वह इस्तीफा दे देंगे। आनंद सिंह ने विजयनगर स्थित अपना कार्यालय खाली कर दिया है और कहा है कि पसंद का विभाग न मिलने पर वह विधायक के रूप में कार्य करेंगे। फिलहाल उन्होंने अपना मोबाइल फोन आफ कर लिया है।
बोम्मई बोले- कोई समस्या नहीं
नुकसान बचाने में जुटे बोम्मई ने बुधवार को कहा, आनंद सिंह से उनकी दोस्ती तीन दशक पुरानी है और नागराज के साथ भी कोई समस्या नहीं है। आनंद सिंह से बात हुई है, जल्द ही उनसे मुलाकात होगी। उस मुलाकात में सब-कुछ सामान्य हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार आनंद सिंह ने मुख्यमंत्री से लोक निर्माण विभाग और नागराज ने आवास विभाग की मांग की है, जबकि बोम्मई ने लोक निर्माण विभाग सीसी पाटिल को दे रखा है।
फिर दिल्ली में जमावड़ा
विभाग को लेकर मांग उठने की भनक लगते ही पाटिल दिल्ली चले गए हैं। वहां पर उन्होंने केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की है और अपना विभाग न बदले जाने का अनुरोध किया है। सूत्रों के अनुसार कई अन्य मंत्री भी दिल्ली गए हुए हैं, वे भी अपना विभाग बदलवाना या बचाए रखना चाहते हैं। पता चला है कि पूर्व मंत्री सीपी योगेश्वर पहले से दिल्ली में हैं। रमेश जारकिहोली के भी जल्द ही दिल्ली जाने के संकेत हैं। येदियुरप्पा के प्रिय एमपी रेनुकाचार्य भी दिल्ली में हैं। उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया है।