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सोनिया गांधी से आज मिलेंगे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, सियासी उथल-पुथल के बीच किए गए तलब

कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से आज छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मुलाकात करेंगे। सियासी उथल-पुथल के बीच उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। संभावना जताई जा रही है कि इस दौरान वे सरकार के कामकाज की भी रिपोर्ट देंगे।

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 08:31 AM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 08:31 AM (IST)
सियासी उथल-पुथल के बीच टीएस सिंहदेव दिल्ली तलब, सोनिया से करेंगे मुलाकात

रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति में उथल-पुथल के बीच मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singh Deo) को दिल्ली तलब किया गया है।  कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi)  से आज छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मुलाकात करेंगे। चर्चा है कि इस दौरान वे सरकार के कामकाज की भी रिपोर्ट देंगे।

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अपनी ही सरकार की नीतियों का किया था विरोध 

हाल में ही स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी ही सरकार की नीतियों का विरोध किया और कहा था कि जिस समय सरकार को पब्लिक सेक्टर को मजबूत करना चाहिए, उस समय पैसों की कमी के बावजूद सरकार निजी अस्पतालों को अनुदान दे रही है और सरकारी अनुदान मिलने के बावजूद कोई निजी अस्पताल मुफ्त में ग्रामीणों का इलाज नहीं करेगा। उनके इस बयान से भारतीय जनता पार्टी को मौका मिल गया और हमलावर रुख अपनाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अनुभवहीन बताया था।

भाजपा को मिला मौका

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल का विरोध तो अब सरकार में मंत्री ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में सरकारी अनुदान पर निजी अस्पताल खोलने के फैसले पर सरकार ही एकमत नहीं है तो फिर इससे स्वास्थ क्षेत्र का भला कैसे होगा। स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव ने ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अनुदान पर निजी अस्पताल खोलने की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजना का विरोध किया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 26 जून को राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ सुविधा बेहतर करने के नामपर निजी अस्पताल खोलने पर अनुदान देने की घोषणा की थी।

टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ के गांवों में निजी अस्पताल बनाने के फैसले का विरोध किया और नाराजगी जताते हुए कहा कि हम यूनिवर्सल हेल्थ केयर की बात करते हैं, ऐसे में पिछड़े इलाकों में निजी अस्पताल के हाथों में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने से किसे फायदा होगा, मैंने इसकी चर्चा नहीं की।' 


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