त्रिपुरा : मोमबत्ती जलाकर बंगाल हिंसा का विरोध, सीएम ने कहा- भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत लोकतांत्रिक परंपरा के खिलाफ है
बिप्लब देब ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद चुन-चुन कर भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है और हिंसक रूप से उनकी हत्या की जा रही है। जो लोकतांत्रिक परंपरा के खिलाफ है।
अगरतला, ब्यूरो। त्रिपुरा ने मोमबत्ती जलाकर तृणमूल कांग्रेस द्वारा पश्चिम बंगाल में की जा रही हिंसा की राजनीति का विरोध किया है। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के आह्वान पर अमल करते हुए राज्य के सभी हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने बुधवार शाम सात बजे अपने घरों के आगे 5 मोमबत्तियां जलाकर पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा की राजनीति के खिलाफ आवाज बुलंद की।
अपने आवास के बाहर मोमबत्ती जलाने के बाद मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि आज पूरे त्रिपुरा राज्य में प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा की राजनीति का विरोध किया। साथ ही चुनाव बाद की राजनीतिक हिंसा में मौत के घाट उतार दिए गए भाजपा कार्यकर्ताओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
देब ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद चुन-चुन कर भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है और हिंसक रूप से उनकी हत्या की जा रही है। जो लोकतांत्रिक परंपरा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं की आत्मा की शांति और भाजपा के युवा, महिला और बुजुर्ग कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ त्रिपुरा के समस्त कार्यकर्ताओं ने अपने घर के आगे पांच मोमबत्तियां जलाकर अपने प्रतिवाद का इजहार किया है।
दरअसल मंगलवार को सीएम देब ने त्रिपुरा के सभी कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वे बुधवार को शाम सात बजे अपने घरों के आगे पांच-पांच मोमबत्ती जलाकर पश्चिम बंगाल में जारी राजनीतिक हिंसा का विरोध करें और वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ अपनी एकजुटता दिखाएं। देब के आह्वान पर त्रिपुरा में लाखों लोगों ने अपने अपने घरों के आगे मोमबत्ती जलाकर एकता का प्रदर्शन किया।