राष्ट्रपति के कार्यकाल के तीन साल पूरे, कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे डॉक्टरों के प्रति जताया आभार
राष्ट्रपति भवन के इतिहास में पहली बार कोविड-19 महामारी की वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये रायनयिकों को परिचय पत्र प्रदान किए गए।
नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिए। इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में देश का मार्गदर्शन किया। वर्ष के दौरान उन्होंने करीब सात हजार लोगों से मुलाकात की जिनमें सैनिकों से लेकर वैज्ञानिक तक शामिल हैं। इस मौके पर राष्ट्रपति ने डॉक्टरों समेत उन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया जो खुद को और अपने परिवारों को खतरे में डालकर राष्ट्र के स्वास्थ्य की रक्षा में जुटे हैं।
कोरोना के चलते राष्ट्रपति ने एक साल तक अपना वेतन 30 फीसद कम लेने का किया फैसला
राष्ट्रपति भवन ने इस मौके पर इंफोग्राफिक्स की एक श्रृंखला जारी कर उनके तीसरे साल में की गई विभिन्न पहलों और कार्यो को रेखांकित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने अपना एक महीने का वेतन पीएम-केयर्स फंड में दान दिया और एक साल तक अपना वेतन 30 फीसद कम लेने का फैसला किया।
राष्ट्रपति भवन ने संसाधनों के अधिकतम इस्तेमाल के लिए अपने खर्चो को युक्तिसंगत बनाया
राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि राष्ट्रपति भवन ने संसाधनों के अधिकतम इस्तेमाल के लिए अपने खर्चो को युक्तिसंगत बनाया है। जुलाई, 2019 से जुलाई, 2020 के बीच राष्ट्रपति कोविंद ने अमेरिका, श्रीलंका, जाम्बिया, ब्राजील, स्वीडन, मंगोलिया, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल और म्यांमार के राष्ट्र प्रमुखों की मेजबानी की।
इतिहास में पहली बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये रायनयिकों को परिचय पत्र प्रदान किए गए
राष्ट्रपति भवन के इतिहास में पहली बार कोविड-19 महामारी की वजह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये रायनयिकों को परिचय पत्र प्रदान किए गए।
कोरोना को लेकर राष्ट्रपति ने उप-राष्ट्रपति के साथ मिलकर दो वीडियो कांफ्रेंस कीं
केंद्र और राज्य स्तर पर कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के प्रयासों को तेज करने के लिए राष्ट्रपति ने उप-राष्ट्रपति के साथ मिलकर सभी राज्यों के राज्यपालों और केंद्र शासित प्रदेशों के उप-राज्यपालों के साथ दो वीडियो कांफ्रेंस भी कीं।