जो लोग 'मिशन शक्ति' को लेकर फैसला नहीं ले पाए, आज वो इस टेस्ट पर सवाल उठा रहे हैं: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग मिशन शक्ति को लेकर फैसला नहीं ले पाए आज वो इस टेस्ट पर भी सवाल उठा रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग 'मिशन शक्ति' को लेकर फैसला नहीं ले पाए, आज वो इस टेस्ट पर भी सवाल उठा रहे हैं। सरकार देश के लिए कड़े और मजबूत फैसले ले रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक निजी कार्यक्रम को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि बीते पांच वर्षों में हमारी सरकार ने कई प्रयास किए हैं। कई सरकारी योजनाओं को विज्ञान भवन और हैदराबाद हाऊस से बाहर निकालकर देश में ले गए। आज हमारा देश दुनिया के लिए रूल बनाते हैं। जो मंच पहले पाकिस्तान के प्रोपगंडा का प्रयोग किया जाता था, आज वहां भारत की आवाज सुनी जा रही है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ इस सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। जो लोग बैंकों के कर्ज लेकर बैठ गए, उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि देश में घोटाला कर भागने वालों की आज क्या हालत है। जो आदमी 9 हजार करोड़ का घोटाला कर भागा उसकी आज 14 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। आखिर ये क्यों संभव हुआ।
उन्होंने कहा कि आठ करोड़ से ज्यादा फर्जी नाम वाले लोग सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं. गैस कनेक्शन, जो बेटी हुई नहीं उसको पैसा, फर्जी राशन, फर्जी नाम से स्कॉलरशिप. ये 8 करोड़ गरीबों का हक मार रहे थे।उन्होंने कहा कि अभी तक इनकी खोजबीन हम वहां कर पाए हैं जहां अनुकूल सरकारें हैं, अब जनधन, आधार, मोबाइल से सुनिश्चित किया है कि गरीबों के हक का पैसा सीधा उनके खाते में जमा हो जाए।
उन्होंने कहा कि आधार आया तो 8 करोड़ जो मलाई खा रहे थे उनका सब बंद हो गया। डीबीटी से एक लाख 10 हजार करोड़ गलत हाथों में जाने से बचाए गए हैं। डीबीटी हमारा भी हैं, उनका भी था। डायरेक्ट बिचौलिया ट्रांसफर।
उन्होंने कहा कि हम एक देश के अंदर गए और अपने दुश्मनों को मारा और दुनिया हमारे साथ खड़ी थी, हमने विश्व परिदृश्य में अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि एक बात तो साफ है कि दिल्ली के लोगों को पता नहीं है कि ग्राउंड रियलिटी क्या है। 2014 में लोगों ने एनडीए के प्रति विश्वास जताया. विपक्ष से नाराजगी है। ये कायम है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश को लगता है कि पहले जो नामुमकिन समझा जाता था वो अब मुमकिन है। देश को लगता है हिंसा और आतंकवाद का जवाब देना मुमकिन है। देश को विश्वास हो रहा है कि स्वच्छता संभव है। भ्रष्टाचार से लड़ाई जीती जा सकती है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर जिस तरह के बयान है वो खुद सुने। लोगों में गुस्सा है। सपूतों का सबूत क्यों मांगा जा रहा है। जमीन से कटे लोग इस गुस्से को नहीं समझ पाएंगे। नकारात्मकता फैला कर कोई आगे नहीं बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि पहले एक लाख 86 हजार करोड़ का कोयला घोटाला हुआ। ये हमारी सरकार की देन है कि प्राकृतिक संसाधन का आवंटन ऑनलाइन हो रहा है।
कालेधन को लेकर बोले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मॉरिशस जैसे तमाम देशों के साथ हमने समझौते को फिर से किया। भारत को मिलने वाली जानकारी का दायरा बढ़ाया। अब तो इस साल से हमे स्विटजरलैंड से भी रीयल टाइम जानकारी मिलनी शुरू हो जाएगी।