मैं जिस वर्ग से हूं, उसका कोई भगवान नहीं, इसलिए मुझे धार्मिक कार्यक्रम में नहीं बुलाते: गहलोत
गहलोत ने कहा कि यह देखकर बहुत व्यथित होता हूं कि हिंदू धर्म के विभिन्न वर्गो के लोगों ने भी अपने-अपने भगवान बना लिए हैं।
भोपाल (नईदुनिया)। केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत ने वर्गो के बीच उभर रहे मतभेदों को लेकर बड़ा बयान दिया है। सोमवार को जन अभियान परिषद के समन्वयकों के प्रशिक्षण वर्ग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं जिस वर्ग से आता हूं, उसका कोई भगवान नहीं है। शायद इसीलिए लोग मुझे धार्मिक कार्यक्रमों में नहीं बुलाते हैं।
केरवा डैम रोड स्थित शारदा विहार आवासीय स्कूल में जन अभियान परिषद के राज्य, संभाग, जिला और विकासखंड समन्वयकों के प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। इस अवसर पर गहलोत ने कहा कि यह देखकर बहुत व्यथित होता हूं कि हिंदू धर्म के विभिन्न वर्गो के लोगों ने भी अपने-अपने भगवान बना लिए हैं। समाज में जिस तरह से बंटवारा हो रहा है, वह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि समाज में ईश्वर भी बांटे जाने लगे हैं। यह देखकर मेरा मन बहुत दुखी होता है। उन्होंने कहा कि हिंदू किसी जाति, धर्म से नहीं जुड़ा है। जो हिंदुस्तान में रहता है, वही हिंदू है। इसलिए हमें सामाजिक समरसता की तरफ ध्यान देना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों दलित आंदोलन में आरक्षण और अन्य मुद्दों को लेकर दो वर्गो के बीच तनाव की स्थिति बनी थी। वहीं, कर्मचारियों में भी पदोन्नति में आरक्षण विषय को लेकर काफी मतभेद हो गए हैं। गौरतलब है कि मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को परशुराम जयंती के दिन आरक्षण को लेकर ब्राह्मण युवाओं के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा था।