Move to Jagran APP

थरूर ने कहा- पेगासस मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच, केंद्र जासूसी कराने पर खर्च कर रही सरकारी धन

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि पेगासस जासूसी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए। सरकार इस मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हो लेकिन वह सहमत नहीं है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 12:54 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 12:54 AM (IST)
जब सरकार चर्चा करने को तैयार नहीं है तो फिर हम सरकार के कामकाज को क्यों चलने दें

नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि पेगासस जासूसी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने राजनीतिक हितों को पूरा करने के मकसद से जासूसी कराने पर सरकारी धन खर्च कर रही है।

loksabha election banner

थरूर ने कहा- सरकार पेगासस जासूसी मामले पर संसद में चर्चा करने को तैयार नहीं

संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए थरूर ने कहा, हम चाहते हैं कि सरकार इस मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हो, लेकिन वह सहमत नहीं है। हमारा कहना है कि जब सरकार चर्चा करने और जवाब देने के लिए तैयार नहीं है तो फिर हमें सरकार के कामकाज को क्यों चलने देना चाहिए।

खड़गे ने पेगासस जासूसी मामले पर नियम 267 के तहत नोटिस देने का किया फैसला

इस बीच, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार सुबह अपने चैंबर में विभिन्न विपक्षी नेताओं से मुलाकात की और इस मुद्दे पर नियम 267 के तहत नोटिस देने का फैसला किया।

रमेश ने कहा- पेगासस जासूसी मामले पर पूरा विपक्ष एकजुट, पीएम या गृह मंत्री की उपस्थिति में हो चर्चा

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, पूरा विपक्ष एकजुट है। प्रधानमंत्री या गृह मंत्री की उपस्थिति में पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा कराई जाए।

जयराम रमेश ने कहा- पेगासस जासूसी मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच की घोषणा की जाए। उन्होंने ट्वीट किया, संसद काम नहीं कर रही, क्योंकि सरकार इन जायज मांगों को नहीं मान रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.