आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत को साइबर वार के लिए तैयार रहना होगा: सेना प्रमुख रावत
आतंकवाद से लड़ने के लिए हमें तकनीकी रूप से काफी मजबूत होना होगा, क्योंकि सीमा पार बैठे आतंकी तकनीकी रूप से बहुत जानकार होते जा रहे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने देश को साइबर वार से लड़ने के लिए तैयार रहने की सलाह दी है। रावत ने कहा है कि साइबर सुरक्षा को समझने वाले लोगों की हमारे पास भारी कमी है। साइबर वॉर ना केवल परंपरागत युद्धों पर लागू होता है बल्कि गैर-पारंपरिक युद्ध या प्रॉक्सी वार में भी लागू होता है। वास्तव में आतंकवाद से लड़ने के लिए हमें तकनीकी रूप से काफी मजबूत होना होगा, क्योंकि सीमा पार बैठे आतंकी तकनीकी रूप से बहुत जानकार होते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि साइबर सुरक्षा की दृष्टि से भारत यूनाइटेड नेशन के साइबर सुरक्षा के इंडेक्स में 23 वें स्थान पर है। जबकि इंटरनेट के प्रयोग में भारत का स्थान दूसरा है। इस मामले में सिर्फ चीन हमसे आगे है। रावत के मुताबिक चीन लगातार साइबर वॉॅर-फेयर से निपटने की तैयारी कर रहा है।
बता दें कि तीनों सेनाओं और विभिन्न रक्षा महकमों को साइबर हमलों से बचाने के लिये रक्षा मंत्रालय पहले ही कमर कस चुका है। देश के महत्वपूर्ण रक्षा प्रतिष्ठानों को साइबर हमलों से बचाने के लिये देश में साइबर सुरक्षा ढांचा (साइबर सेक्युरिटी फ्रेमवर्क) तैयार किया गया है।