Physical Distancing: तमिलनाडु में राशन के लिए टोकन व्यवस्था ताकि दुकानों पर न लगे भीड़
शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए तमिलनाडु सरकार ने लोगों को टोकन भेजने का फैसला किया है ताकि राशन की दुकानों पर भीड़ जमा न हो।
चेन्नई, आइएएनएस। कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए तमिलनाडु में राशन के लिए लोगों को टोकन भेजे जाएंगे। राज्य सरकार ने बुधवार को टोकन को लेकर यह घोषणा की।
इसके अनुसार राशन कार्ड धारकों के घर उनके टोकन पहुंचाएं जाएंगे। इनपर तारीख व समय अंकित होंगे। इससे पता चल जाएगा कि किस वक्त राशन की दुकानों पर चावल, दाल, चीनी और तेल का सप्लाई होगा और उनके घर डिलीवर किया जाएगा। सरकार ने बताया कि इससे शारीरिक दूरी के नियमों को बरकरार रखने में मदद मिलेगी। कई जगहों पर शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए उचित दूरी पर घेरा बना दिया गया है जिसमें खड़े हो लोग अपनी बारी का इंतजार करते हैं।
लॉकडाउन को देखते हुए कई जगहों पर इस तरह की शुरुआत हुई है। दिल्ली के गोकलपुर की अमर कॉलोनी की रेजिडेंट्स वेलफेयर असोसिएशन टोकन के जरिए ही राशन वितरण कर रही है। जरुरतमंद लोगों को राशन के लिए टोकन दिया जाता हे और फिर इसके आधार पर उसे दुकान पर जाकर राशन लेना है। बताते चलें कि इसके लिए एक किराने की दुकान भी निर्धारित की गई है।
उल्लेखनीय है कि राज्य प्रशासन भी इस आपात हालात में लोगों की हरसंभव मदद कर रही है। हाल में ही लॉकडाउन के कारण फंसे एक युवक को उसकी गर्भवती महिला के पास पहुंचाया। नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए देशभर में गत 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है और यह 3 मई को समाप्त होगा। इसके कारण कई लोग अपने घर से दूर फंसे हुए हैं। हालांकि स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग लोगों की मदद कर रहा है।
लॉकडाउन के कारण घर से दूर फंसे एक शख्स ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी से सोशल मीडिया के जरिए मदद की मांग की और बताया कि उनकी गर्भवती पत्नी घर पर अकेली है। इसपर तुरंत मुख्यमंत्री ने उन्हें घर तक पहुंचाया और गर्भवती के लिए मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध कराई।