चीन के विदेश मंत्री वांग यी संग सुषमा स्वराज की बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा
इंडिया-चाइना थिंक टैंक्स फोरम के उद्घाटन सत्र में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि भारत और चीन के बीच पीपल टू पीपल अदान प्रदान बढ़ाना चाहिए।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच बैठक में दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने के लिए हाल में तैयार की गई रूपरेखा को लेकर बातचीत हुई। दोनों पक्षों में आपसी संबंधों को मजबूत करने के तरीकों समेत द्विपक्षीय मुद्दों को लेकर भी चर्चा हुई।
तीसरे इंडिया-चाइना थिंक टैंक्स फोरम के उद्घाटन सत्र में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि भारत और चीन के बीच पीपल टू पीपल अदान प्रदान बढ़ाना चाहिए। यह मानव जाति की प्रगति के लिए बेहतर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे बीच कई क्षेत्रों में एक-दूसरे की क्षमताओं का लाभ उठाने के लिए भी सहमति बनी है। पीपल टू पीपल आदान-प्रदान, लोगों से और लोगों के लिए होना चाहिए। यह भारत और चीन के संबंधों के इतिहास में एक प्रमुख पहल है।
वहीं सुषमा स्वराज ने कहा, 'मैं आज की चर्चा से संतुष्ट हूं, जिन प्राथमिकताओं पर हमने चर्चा की उनमें फिल्म, शिक्षा, पर्यटन, कला, योग, मीडिया, संस्कृति, खेल में सहयोग, अकादमिक और यूथ एक्चेंज शामिल है।
इससे पहले तीसरे इंडिया-चाइना थिंक टैंक्स फोरम के उद्घाटन सत्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने संदेश में कहा कि भारत और चीन अगर मिलकर कार्य करें तो वे क्षेत्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। दोनों देश न केवल एशिया का नेतृत्व कर सकते हैं बल्कि दुनिया के समक्ष आने वाले सौ साल एशिया की शताब्दी के तौर पर प्रस्तुत कर सकते हैं।
बता दें कि वांग लोगों के बीच आपसी संपर्क पर उच्च स्तरीय तंत्र की पहली बैठक में भाग लेने के लिए भारत आए हैं। वह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे और चार दिवसीय यात्रा के दौरान चीन के विदेश मंत्री औरंगाबाद और मुंबई भी जाएंगे।