सब कुछ पीछे छोड़, पंचतत्व में विलीन हुईं सुषमा स्वराज, आंखें हुई नम
सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देने के लिए पीएम मोदी लालकृष्ण आडवाणी अमित शाह राजनाथ सिंह समेत देश-दुनिया के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। भाजपा की वरिष्ठ नेता और देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गई। बुधवार को लोधी रोड स्थित विद्युत शवदाह गृह में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुत्री बांसुरी स्वराज ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके पति स्वराज कौशल व बेटी बांसुरी ने उन्हें सैल्यूट भी किया।
रो पड़े उपराष्ट्रपति वेंकैया
लोधी रोड पर सुषमा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे नेताओं की आंखें नम थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही तमाम नेताओं ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। यहां पहुंचते ही मोदी ने सुषमा की पुत्री बांसुरी को सांत्वना दी। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए और रो पड़े। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें सहारा देकर बैठाया।
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, हरियाणा के सीएम मनोहरलाल, असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह, एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा सहित तमाम केंद्रीय मंत्री और सांसद उनके अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहे।
घर पर सुबह से ही शुरू हो गया था श्रद्धांजलि देने का सिलसिला
देशभर के दिग्गज नेता अपनी प्रिय दीदी सुषमा के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर पहुंचे। उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला बुधवार सुबह से ही शुरू हो गया था। इस दौरान भाजपा ही नहीं विपक्षी दलों के भी तमाम नेता अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए और फूट-फूटकर रो पड़े। सुषमा को उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने वालों में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन ¨सह, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की पुत्री प्रतिभा आडवाणी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम ¨सह यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला, बसपा सुप्रीमो मायावती, योग गुरु बाबा रामदेव, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चंडी सहित देशभर के दिग्गज नेता शामिल हुए।
समय से घंटों पहले पहुंचे लोग
अपनी लोकप्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए लोधी रोड श्मशान घाट पर प्रशंसकों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों ने नम आंखों से सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई दी। अंबेडकर नगर से आए मंजीत कुमार ने कहा कि सुषमा दीदी के चले जाने से जैसे वह अनाथ हो गए हैं। उन्होंने बताया कि वह उनसे कभी मिले नहीं हैं। लेकिन उन्हें टीवी पर देखा, अखबारों में पढ़ा। उनके कार्यो से प्रेरित हैं। इसलिए उनके निधन की खबर सुनकर लोधी रोड पर उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे। शाम तीन बजे सुषमा स्वराज का अंतिम संस्कार लोधी रोड श्मशान में होना था। लेकिन दीदी के प्रति लोगों का स्नेह व समर्पण ऐसा था कि उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग दोपहर एक बजे से ही पहुंचने लगे थे।
डायवर्ट किया गया ट्रैफिक
वीआइपी लोगों के आने व भारी संख्या में आम लोगों के जुटने के कारण लोधी रोड पर यातायात को डाइवर्ट कर दिया गया था। इस कारण कुछ देर तक लोगों को आवागमन में असुविधा हुई। हालांकि, वीआइपी के जाने के बाद फिर से इस मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया। दोपहर से ही लोधी रोड श्मशान घाट के सामने सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई थी। लोगों का कहना था कि उन्हें पता था भारी संख्या में समर्थक जुटेंगे, इसलिए वे काफी पहले ही आकर अपना स्थान सुनिश्चित कर लेना चाहते थे ताकि अपनी प्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर सकें।
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