सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा को दी बंगाल में सभा व रैली की इजाजत, रथयात्रा पर फंसा पेंच
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर भाजपा यात्रा के बदले हुए प्लान के साथ आती है तो अदालत इस पर जरूर विचार करेगी।
जेएनएन, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा को पश्चिम बंगाल में रथयात्रा निकाले जाने की इजाजत देने से इन्कार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई की अर्जी पर सुनवाई के दौरान कहा कि वे बैठकें और रैलियां कर सकते हैं, लेकिन यात्रा नहीं निकाल सकते। कोर्ट ने हालांकि अपनी सुनवाई में यह भी कहा कि अगर भाजपा यात्रा के बदले हुए प्लान के साथ आती है तो अदालत इस पर जरूर विचार करेगी।
पश्चिम बंगाल में रथयात्रा निकालने की अनुमति के लिए भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। आठ जनवरी को हुई पिछली सुनवाई में कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार से इस पर जवाब तलब किया था। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर रथयात्रा पर रोक के कलकत्ता उच्च न्यायालय की खंडपीठ के 21 दिसंबर के फैसले को चुनौती दी थी।
पिछले वर्ष दिसंबर में भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने पूरे प्रदेश में रथयात्रा निकालने का एलान किया था। राज्य सरकार ने यात्रा से कानून- व्यवस्था को नुकसान होने की बात कहते हुए यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद भाजपा ने कलकत्ता हाई कोर्ट में रथयात्रा पर राज्य सरकार की रोक के खिलाफ अर्जी दी थी। कलकत्ता हाई कोर्ट के सिंगल बेंच ने भाजपा की प्रदेश इकाई को रैली की इजाजत दे दी थी। बाद में कलकत्ता हाई कोर्ट की खंडपीठ ने रथयात्रा निकालने की इजाजत देने वाले एकल पीठ के फैसले को पलट दिया गया।
भाजपा की प्रदेश इकाई आगामी आम चुनावों से पहले पूरे पश्चिम बंगाल में यह यात्रा निकालना चाहती थी। भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि शांतिपूर्ण यात्रा के आयोजन का अधिकार उनको संविधान देता है और ममता सरकार राजनीतिक प्रतिशोध में इसे रोक रही है। वहीं राज्य सरकार ऐसी किसी यात्रा से प्रदेश में शांति भंग हो जाने की बात कह रही है।
अब राज्यभर में सभा करेगी भाजपा, अहम बैठक आज
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश स्वीकार्य है, लेकिन एक बात साफ हो गई है कि पश्चिम बंगाल सरकार कानून-व्यवस्था को नियंत्रण में रखने में विफल है। इसके पहले भी राज्य में छह-सात बार रथयात्राएं निकाली जा चुकी हैं, लेकिन उस दौरान किसी तरह का सांप्रदायिक तनाव नहीं हुआ। अब आगे रथयात्रा निकालने की योजना पर पार्टी केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत करेगी।
सिन्हा ने कहा कि भाजपा राज्यभर में सभाएं आयोजित करेगी। इसके लिए बुधवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में बैठक होगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ बात कर राज्यभर में सभा की तिथि तय की जाएगी।