Move to Jagran APP

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर धनखड़ सबसे उपयुक्त

भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि जगदीप धनखड़ बंगाल के राज्यपाल के तौर पर सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 07:58 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 07:58 PM (IST)
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर धनखड़ सबसे उपयुक्त
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर धनखड़ सबसे उपयुक्त

जागरण संवाददाता, कोलकाता। भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के संवैधानिक प्रमुख के तौर पर वह सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।

loksabha election banner

धनखड़ बहुत ही सुलझे इंसान व संविधान के जानकार हैं

स्वामी ने यह बात विराट हिंदुस्तान संगम के बंगाल चैप्टर द्वारा कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में कहीं। राज्यपाल जगदीप धनखड़ इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। स्वामी ने आगे कहा कि राज्यपाल धनखड़ बहुत ही सुलझे इंसान व संविधान के जानकार हैं।

बंगाल के राज्यपाल के तौर पर धनखड़ सबसे उपयुक्त व्यक्ति

मुझे लगता है कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर वे सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं। गौरतलब है कि पिछले साल जब से धनखड़ ने राज्यपाल पद की शपथ ली है, उसके बाद से पश्चिम बंगाल सरकार के साथ उनका लगातार टकराव जारी है। धनखड़ बराबर ममता सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं।

ममता सरकार का राज्यपाल पर हमला जारी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित राज्य के अन्य मंत्रियों की ओर से भी राज्यपाल पर लगातार हमला जारी है। इस बीच वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत की पहल भी कर रहे हैं।

रेलवे को 84 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान

बंगाल में गत 13 से 15 दिसंबर के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ हुए आंदोलनों के दौरान हिंसा में रेलवे को 84 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के चलते सबसे अधिक नुकसान सियालदह डिवीजन में हुआ

कलकत्ता हाई कोर्ट के समक्ष दाखिल की गई रिपोर्ट में भारतीय रेलवे ने यह दावा किया है। पूर्वी रेलवे ने मुख्य न्यायाधीश टीबीएन राधाकृष्णन और न्यायमूर्ति ए बनर्जी की खंडपीठ के समक्ष शुक्रवार को एक हलफनामे में कहा कि विरोध प्रदर्शन की वजह से उसे 72.2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। हलफनामे में बताया गया कि सबसे अधिक 46 करोड़ रुपये का नुकसान सियालदह डिवीजन में हुआ। इसके अलावा मालदा डिविजन में 24.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.