जानिएः कौन हैं सपा के चरित्र पर प्रश्नचिह्न लगाने वाली ये युवती, क्यों छोड़ी पार्टी
पंखुड़ी पाठक ने कहा कि मेरे साथ की जा रही अभद्रता सपा की महिला विरोधी चरित्र का ही उदाहरण है ।
नई दिल्ली (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। ये ऐलान समाजवादी पार्टी के द्वारा नए प्रवक्ताओं की लिस्ट जारी करने के बाद किया गया है। दरअसल सोमवार (27 अगस्त) को समाजवादी पार्टी ने अपने प्रवक्ताओं की नई लिस्ट जारी करने का ऐलान किया था। नई लिस्ट में 24 लोगों को समाजवादी पार्टी का पक्ष रखने के लिए अधिकृत किया गया था। लेकिन इस नई लिस्ट में पंखुड़ी पाठक का नाम नहीं था।
इसी के ठीक एक घंटे बाद पंखुड़ी पाठक ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से धड़ाधड़ कई ट्वीट करते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया। अपने ट्वीट में पंखुड़ी ने लिखा भारी मन से सभी साथियों को सूचित करना चाहती हूँ कि @samajwadiparty के साथ अपना सफ़र मैं अंत कर रही हूँ। 8 साल पहले विचारधारा व युवा नेतृत्व से प्रभावित हो कर मैं इस पार्टी से जुड़ी थी लेकिन आज ना वह विचारधारा दिखती है ना वह नेतृत्व। जिस तरह की राजनीति चल रही है उसमें अब दम घुटता है।
पंखुड़ी ने अपनी राजनीतिक संभावनाओं के बारे में भी अगला ट्वीट करके स्थितियों को साफ करने की कोशिश की। उन्होंने लिखा कि मुझे पता है कि इसके बाद मेरे बारे में तरह तरह की अफवाहें फैलाई जाएंगी। लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहती हूँ कि मैं किसी भी राजनैतिक दल से सम्पर्क में नहीं हूं ना ही किसी से जुड़ने का सोच रही हूं।अन्य ज़िम्मेदारियों के चलते जो उच्च शिक्षा अधूरी रह थी अब उसे पूरा करने का प्रयास करुंगी।
मेरे साथ की जा रही अभद्रता सपा की महिला विरोधी चरित्र का ही उदाहरण है । यह अभद्रता सपा में आम है । मैं सपा की पहली महिला प्रवक्ता थी फिर भी यहाँ के अराजक तत्व लगातार मुझ पर प्रहार करते रहे । जब यह लोग मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो सोचिए आम महिलाओं के प्रति इनकी सोच क्या होगी।
जानिए- कौन है पंखुड़ी पाठक
दिल्ली में रहने वाली पंखुड़ी पाठक किसी राजनीतिक परिवार से नहीं हैं। उनके पिता जेसी पाठक और मां आरती पाठक डॉक्टर हैं, जो निजी प्रैक्टिस करते हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी की लॉ स्टूडेंट हैं पंखुड़ी पाठक। पंखुड़ी लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी रही। 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता।
उस समय उनकी उम्र लगभग 18 साल थी। उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया। पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी से 2010 में जुड़ीं। हालांकि पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा है कि वे किसी भी दल से जुड़ने की फिलहाल इच्छुक नहीं हैं। वह अपनी उच्च शिक्षा को पूरा करने पर ध्यान देंगी।