सिब्बल का पीएम पर निशाना, कहा- मसूद अजहर पर बैन का श्रेय ना लें; पाक को आतंकी देश घोषित करें
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री से यह जानना चाहा है कि क्या मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से भारत में अब आतंकवाद खत्म हो जाएगा?
नई दिल्ली (एजेंसी)। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने को 'बड़ी कूटनीतिक' जीत बताते हुए श्रेय ले रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस ने सवाल दागा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री से यह जानना चाहा है कि क्या मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से भारत में अब आतंकवाद खत्म हो जाएगा?
उन्होंने पाकिस्तान को 'आतंकी देश' घोषित करने की मांग करते हुए कहा- 'हम आतंकवाद का खात्मा चाहते हैं। हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री देश से इसका वादा करें।' पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री जैश सरगना को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने का 'श्रेय' क्यों ले रहे हैं? इसके बजाय तो उन्हें अपनी पार्टी की ओर से 'माफी' मांगनी चाहिए, क्योंकि भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार ने ही 1999 में इंडियन एयरलाइंस विमान आईसी--814 के अपहरण के बाद अजहर को रिहा कर पाकिस्तान को सौंपा था।
मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषषद की प्रतिबंध समिति 1267 ने मसूद अजहर को एक मई को वैश्विक आतंकी घोषित किया है। हमने तो उसका श्रेय नहीं लिया। सिब्बल ने कहा- 'यह मोदी की सफलता कैसे है? यह तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सहयोग से भारतीय कूटनीति की सफलता है।'
उन्होंने कहा कि 26/11 मुंबई हमले के बाद 11 दिसंबर, 2008 को जमात- उद- दावा के प्रमुख हाफिज सईद को लश्कर-ए- तैयबा के शीर्ष कमांडरों- जकी-उर- रहमान लखवी तथा मोहम्मद अशरफ को आंतकी घोषिषत किया गया था। क्या हमने उसका श्रेय लिया? क्या ऐसा (तत्कालीन प्रधानमंत्री) डॉ. मनमोहन सिंह की वजह से हुआ था? नहीं, यह हमारी अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की सफलता थी।
मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे सिब्बल ने कहा कि इन्हें (सईद, लखवी और अशरफ) आतंकी घोषित किए जाने के बावजूद आतंकवाद जारी रहा। उन्होंने कहा- 'हम आतंकवाद का खात्मा चाहते हैं और मोदी देश के लोगों से इसका वादा नहीं कर सकते, कोई और भी नहीं।'
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