तमिलनाडु के स्थानीय निकाय चुनावों में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक को झटका, द्रमुक गठबंधन को मिली जीत
राज्य में आठ साल बाद स्थानीय निकाय चुनाव हुए हैं। द्रविड़ नेता जे. जयललिता और एम. करुणानिधि की मौत के बाद यह पहला स्थानीय निकाय चुनाव था।
चेन्नई, प्रेट्र। तमिलनाडु में 27 दिसंबर को हुए स्थानीय निकाय चुनाव के कड़े मुकाबले में द्रमुक और उसकी सहयोगी पार्टियों ने जीत दर्ज की है। इसके साथ ही राज्य में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और उसका गठबंधन दूसरे स्थान पर चला गया है।
जयललिता और करुणानिधि की मौत के बाद पहला स्थानीय निकाय चुनाव
राज्य में आठ साल बाद स्थानीय निकाय चुनाव हुए हैं। द्रविड़ नेता जे. जयललिता और एम. करुणानिधि की मौत के बाद यह पहला स्थानीय निकाय चुनाव था।
अन्नाद्रमुक को स्थानीय निकाय चुनाव में झटका
स्थानीय निकाय चुनाव में मिली हार को अन्नाद्रमुक के लिए झटका माना जा रहा है। हालांकि, उसका मानना है कि आठ महीने पहले लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद ये नतीजे उसके खोए प्यार व समर्थन के लौटने जैसे हैं। द्रमुक का कहना है कि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने राज्य की मशीनरियों का दुरुपयोग किया। इसके बावजूद उसे बड़ी जीत हासिल हुई है।
पंचायतों चुनाव में द्रमुक गठबंधन को जीत
पंचायतों के 5,090 वार्ड सदस्य पदों में से द्रमुक गठबंधन ने 2,215 पर जीत दर्ज की है, जबकि अन्नाद्रमुक के खाते में 2,069 सीटें गईं। अन्य को 517 सीटों पर जीत मिली है। जिला पंचायत सदस्य की 237 सीटों पर द्रमुक व 210 पर अन्नाद्रमुक को जीत मिली है।