कांग्रेस के साथ गठबंधन पर शिवसेना नेता का इस्तीफा, कहा- विचारधारा नहीं देती मुझे अनुमति
महाराष्ट्र में नई गठबंधन सरकार बनने के बाद शिवसेना के नेता रमेश सोलंकी ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है।
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव ठाकरे का नाम तय हो गया है। एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने के प्रस्ताव पेश कर चुकी हैं। राज्यपाल भगत सिहं कोश्यारी ने पार्टियों के प्रस्ताव को स्वीकार कर 28 नवंबर को ठाकरे को मुख्यमंत्री की शपथ के लिए आमंत्रित किया है। वहीं, इसी बीच शिवसेना के नेता रमेश सोलंकी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सोलंकी ने इसकी घोषणा ट्विटर के जरिए की।
सोलंकी ने लिखा भारी मन से कर रहे फैसला
रमेश सोलंकी ने ट्वीट किया कि वह अपने जीवन का सबसे कठिन निर्णय भारी मन से कर रहे हैं। महाराष्ट्र में सरकार बनाने और शिवसेना के सीएम बनने के लिए बधाई और शुभकामनाएं। लेकिन मेरी सोच और विचारधारा मुझे कांग्रेस के साथ काम करने की अनुमति नहीं देती है। मैं आधे-अधूरे मन से काम नहीं कर सकता। यह मेरे पद, मेरी पार्टी, मेरे साथी शिवसैनिकों और मेरे नेताओं के लिए उचित नहीं होगा।
कई हफ्तों से नाराज थे सोलंकी
शिवसेना और कांग्रेस को अपने गहरे मतभेदों को अलग करने और महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए गठबंधन करने और वैचारिक रूप से विपरीत होने में कई सप्ताह लग गए। सोलंकी कथित तौर पर तब से नाराज थे, जब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के विधायक अपनी पार्टियों के प्रति निष्ठा रखने का संकल्प लेने के लिए मुंबई के एक पांच सितारा होटल में इकट्ठा हुए थे।
21 सालों से थे शिवसेना के साथ
सोलंकी ने कहा कि वह 21 साल तक शिवसेना के साथ थे और उन्होंने पार्टी के साथ कई उतार-चढ़ाव देखे थे जब तक कि उनकी पार्टी ने 'राजनीतिक निर्णय' नहीं किया और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया। शिवसेना नेता सोलंकी उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब पार्टी के नेता ने नेटफ्लिक्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करने और स्ट्रीमिंग साइट को सेंसर किए जाने की मांग की थी।