छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा के हटाए जाने का छिंदवाड़ा में विरोध
सरकार ने छिंदवाड़ा में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति को हटा दिया जिसका शिवसेना द्वारा विरोध किया जा रहा है।
इंदौर, एएनआइ। मध्यप्रदेश में शिवसेना के कार्यकताओं व अन्य संगठनों ने राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। इस क्रम में छिंदवाड़ा-नागपुर हाइवे को जाम कर दिया। दरअसल, छिंदवाड़ा में राज्य सरकार द्वारा छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा को हटा दिया गया। हटाने के विरोध में शिवसेना और अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने छिंदवाड़ा-नागपुर राजमार्ग को बंद कर दिया। छिंदवाड़ा के एडीएम ने कहा, ‘प्रतिमा को बिना अनुमति के ही स्थल पर रखा गया। मामले की जांच जारी है।’
राजमार्ग को तीन घंटे तक बंद रखा गया। हालांकि अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया गया है कि 19 फरवरी को शिवाजी महाराज की जयंती के दिन प्रतिमा को दोबारा स्थापित कर दिया जाएगा। आश्वासन के बाद ही आंदोलन को समाप्त कर दिया गया। मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान करीब ढाई हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए थे। इसके कारण यातायात भी बाधित हुआ।
बता दें कि अधिकारियों के एक बैठक में फैसला लिया गया है कि 19 फरवरी करे शिवाजी महाराज की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी और यहां के मोहगांव तिराहे पर प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। इससे पहले भी मंगलवार को छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन पर दुकानें बंद रही और शहर को पूरी तरह बंद रखा गया।
'आज के शिवाजी नरेंद्र मोदी’ नामक पुस्तक के विमोचन को लेकर भी शिवसेना ने भाजपा पर हमला बोला था। अपने मुखपत्र सामना में उन्होंने लिखा, ‘पुस्तक का विमोचन भाजपा कार्यालय में हुआ। महाराष्ट्र की जनता को यह पसंद नहीं। नरेंद्र मोदी लोकप्रिय नेता हैं। देश के प्रधानमंत्री के तौर पर उनका मुकाबला नहीं लेकिन छत्रपति शिवाजी से उनकी तुलना नहीं की जा सकती।’ वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयन राजे ने शिवसेना पर हमला किया और पार्टी के नाम से 'शिव' शब्द को हटाने के लिए शिवसेना को चुनौती दी।
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